Jefferies’ Chris Wood decodes Rupee fall: क्या अब और गिरेगा रुपया, भारत के लिए कितनी बड़ी फिक्र?
Money9 के इस विश्लेषण में Jefferies के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट Christopher Wood ने भारतीय रुपये की गिरावट को लेकर अहम बातें रखी हैं. डॉलर के मुकाबले 90 के स्तर के पार जाने के बाद रुपये में आई तेज कमजोरी अब कुछ हद तक स्थिर होती दिख रही है. हालांकि क्रिस वुड का मानना है कि रुपये में तेज रिकवरी की उम्मीद फिलहाल नहीं की जानी चाहिए. उनका कहना है कि आगे रुपये की चाल राजनीति, ट्रेड पॉलिसी और Reserve Bank of India की मौद्रिक नीति पर काफी हद तक निर्भर करेगी. RBI का नरम रुख भी रुपये की मजबूती की रफ्तार को सीमित कर सकता है. इसके बावजूद, उन्होंने यह साफ किया कि भारत की आर्थिक बुनियाद मजबूत बनी हुई है. यानी अल्पकाल में रुपये पर दबाव रह सकता है, लेकिन लंबी अवधि में भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता की बड़ी वजह नहीं दिखती है. ऐसे में आइए वीडियों के माध्यम से पूरी जानकारी समझते हैं.