जापान की दिग्गज कंपनी क्या हथिया लेगी Yes Bank, बार-बार क्यों उठ रहे सवाल; जान लें इनसाइड स्टोरी

जापान के दूसरे सबसे बड़े बैंक ग्रुप Sumitomo Mitsui Banking Corporation (SMBC) जल्द ही भारत में अपनी सब्सिडियरी खोलने के लिए RBI से लाइसेंस मांगेगा. इसके साथ ही SMBC Yes Bank में 34% हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है, जिससे विपक्ष ने सवाल उठाया है कि क्या यस बैंक को विदेशी हाथों में डाला जा रहा है?

यस बैंक Image Credit: Tv9 गुजराती

Yes Bank SMBC: जापान का दूसरा सबसे बड़ा बैंक ग्रुप Sumitomo Mitsui Banking Corporation यानी SMBC जल्द ही भारत में पूरी तरह से अपनी एक सब्सिडियरी खोलने के लिए रिजर्व बैंक (RBI) से लाइसेंस मांगने वाला है. ये खबर तब आ रही है जब SMBC प्राइवेट सेक्टर के बैंक Yes Bank में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी हासिल करना चाहता है. इसलिए इस बीच विपक्ष ने भी सवाल खड़ा कर दिया कि क्या यस बैंक को विदेशी हाथों में डाला जा रहा है? चलिए समझते हैं पूरे मामले को…

कांग्रेस का आरोप

महाराष्ट्र कांग्रेस ने यस बैंक में जापान की SMBC के निवेश को लेकर न्यायिक जांच की मांग की है. SMBC ने हाल में 13,000 करोड़ रुपये का निवेश कर यस बैंक में 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है. कांग्रेस ने इस पूरे मामले में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए एक उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है. पार्टी का आरोप है कि यस बैंक संकट से जुड़े मामलों की पूरी तरह से छानबीन होनी चाहिए, ताकि जनता के पैसे की सुरक्षा सुनिश्चित किया जा सके.

SMBC का अगला कदम

SMBC अभी भारत में चार शाखाओं के जरिए काम कर रहा है, जिनमें से एक गुजरात के गिफ्ट सिटी में है. लेकिन अब वह ब्रांच मॉडल से आगे बढ़कर एक पूरी तरह से स्वामित्व वाली कंपनी खोलना चाहता है. इसके बाद Yes Bank में 14% बची हुई हिस्सेदारी भी SBI और अन्य बैंक बेच सकते हैं, जैसा कि RBI के साथ पहले से तय रोडमैप में चर्चा हो चुकी है.

SMBC के पास होगा 34% हिस्सा

SBI ने यस बैंक को साल 2020 में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश कर संकट से निकाला था. अब वह धीरे-धीरे बैंक से पूरी तरह से बाहर निकलना चाहता है. 9 मई की डील के तहत SBI अपनी 24% हिस्सेदारी में से 13.2% SMBC को बेच चुका है, और बाकी 10.8% भी बाद में बेचने की योजना है. साथ ही HDFC बैंक, ICICI बैंक, IDFC First बैंक, बंधन बैंक, फेडरल बैंक और IDBI बैंक भी अपनी कुल 6.8% हिस्सेदारी SMBC को बेच रहे हैं.

इसके बाद SMBC के पास यस बैंक की 34% हिस्सेदारी हो जाएगी.

तो क्या विदेशी हो जाएगा Yes Bank

कांग्रेस का आरोप है कि यस बैंक विदेशी होथों में चला जाएगा. लेकिन क्या 34% हिस्सा लेने के बाद SMBC यस बैंक का मालिक बन पाएगा? अगर SMBC यस बैंक में 51% की हिस्सेदारी भी खरीद ले तो भी उसे यस बैंक का केंट्रोल नहीं मिल पाएगा.

दरअसल RBI का एक नियम है कि कोई भी विदेशी निवेशक, भले ही वो बैंक में कितनी भी हिस्सेदारी ले ले, उसकी वोटिंग पावर 26% से ज्यादा नहीं हो सकती. इसका मकसद ये है कि कोई भी विदेशी संस्था पूरी तरह से किसी भारतीय बैंक को कंट्रोल न कर सके.