ISRO का बाहुबली रॉकेट LVM3-M5 आज भरेगा उड़ान, ले जाएगा भारी भरकम CMS-03 सैटेलाइट; जानें ये सफर क्यों अहम
ISRO ने अपने सबसे ताकतवर रॉकेट LVM3-M5 की लॉन्चिंग के लिए काउंटडाउन शुरू कर दी है. ये मिशन CMS-03 कम्यूनिकेशन सैटेलाइट को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में पहुंचाएगा. CMS-03 की लॉन्चिंग से देश की कम्यूनिकेशन सर्विसेज और एडवांस होंगी, वहीं गगनयान मिशन के लिए भारत की तैयारी और पक्की हो जाएगी.
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने अपने सबसे ताकतवर रॉकेट LVM3-M5 की लॉन्चिंग के लिए काउंटडाउन शुरू कर दी है. इस रॉकेट को बहुबली कहा जाता है. क्योंकि ये बहुत भारी वजन उठाने में सक्षम है. ये मिशन CMS-03 कम्यूनिकेशन सैटेलाइट को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में पहुंचाएगा. इस सैटेलाइट का वजन करीब 4,410 किलोग्राम है, जो भारत से लॉन्च होने वाला अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट होगा.
ISRO के मुताबिक, 43.5 मीटर ऊंचा LVM3-M5 आज 2 नवंबर को शाम 5:26 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा. रॉकेट को पूरी तरह असेंबल कर लिया गया है और फाइनल चेकिंग के लिए दूसरे लॉन्च पैड पर शिफ्ट कर दिया गया है. इससे पहले ISRO ने अपना सबसे भारी कम्यूनिकेशन सैटेलाइट GSAT-11 5 दिसंबर 2018 को फ्रेंच गुयाना से Ariane-5 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया था. उस सैटेलाइट का वजन 5,854 किलोग्राम था, जो अब तक ISRO का सबसे भारी सैटेलाइट है.
भारत का सबसे पावरफुल रॉकेट
LVM3 (Launch Vehicle Mark-3), जिसे GSLV Mk-III भी कहा जाता है, ISRO का सबसे पावरफुल तीन-स्टेज रॉकेट है. इसमें दो सॉलिड बूस्टर (S200), एक लिक्विड फ्यूल वाला कोर स्टेज (L110) और एक क्रायोजेनिक अपर स्टेज (C25) शामिल है. ये सभी टेक्नोलॉजी भारत में ही डेवलप की गई हैं.
इस रॉकेट से ISRO अब 4,000 किलो तक के सैटेलाइट को GTO में और 8,000 किलो तक के सैटेलाइट को लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में भेज सकता है. लॉन्च से पहले ISRO ने X पर पोस्ट किया और लिखा काउंटडाउन शुरू! सभी सिस्टम तैयार हैं और हम लॉन्च के और करीब आ रहे हैं.
पांचवां ऑपरेशनल फ्लाइट
LVM3-M5 रॉकेट की ये पांचवीं ऑपरेशनल फ्लाइट होगी. अब तक इस रॉकेट का 100 फीसदी सक्सेस रेट रहा है. इसी रॉकेट ने चंद्रयान-3 मिशन को लॉन्च किया था, जिसने 2023 में भारत को चांद के साउथ पोल के पास उतरने वाला पहला देश बना दिया था.
भारत की कनेक्टिविटी को करेगा और स्ट्रॉन्ग
CMS-03 सैटेलाइट को भारत के मुख्य इलाकों और आस-पास के समुद्री हिस्सों में मल्टी-बैंड कम्यूनिकेशन सर्विसेज देने के लिए डिजाइन किया गया है. इससे देश की स्पेस-बेस्ड नेटवर्क कनेक्टिविटी और मजबूत होगी.
गगनयान मिशन के लिए रास्ता तैयार
ISRO ने LVM3 का मानव रेटेड वर्जन (HRLV) भी तैयार किया है, जो आने वाले गगनयान ह्यूमन स्पेस मिशन के लिए लॉन्च व्हीकल के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा. ये कदम भारत को अंतरिक्ष में इंसान भेजने की दिशा में एक और बड़ा माइलस्टोन हासिल करने में मदद करेगा.
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