Groww, Zerodha, Angel One; क्या सरकार के इस फैसले से बढ़ जाएगा ब्रोकरेज कंपनियों का धंधा?

भारत सरकार ने स्टॉक ब्रोकरों को बड़ी राहत देते हुए Securities Contracts (Regulation) Rules (SCRR) के तहत उनके निवेश और फंड-आधारित गतिविधियों को लेकर लंबे समय से चली आ रही अस्पष्टता को दूर कर दिया है. अब ब्रोकर अपनी पूंजी से निवेश कर सकेंगे और कुछ शर्तों के तहत फंड-आधारित बिजनेस में भी भाग ले सकेंगे. यह निर्णय बदलते फिनटेक और कैपिटल मार्केट के माहौल को देखते हुए लिया गया है, जिससे ब्रोकर इनोवेशन और नई तकनीकों में निवेश कर सकें. सरकार का उद्देश्य है कि पूंजी बाजार को अधिक प्रतिस्पर्धी, पारदर्शी और ग्रोथ-फ्रेंडली बनाया जाए. यह बदलाव न सिर्फ ब्रोकरों के लिए राहत लेकर आया है बल्कि बाजार में स्थिरता और निवेश को बढ़ावा देगा.

नए नियम स्टॉक ब्रोकरों के लिए क्या मायने रखते हैं?

अब ब्रोकर अपनी आय का बेहतर उपयोग कर सकेंगे, वे नई कंपनियों या प्रोडक्ट्स में निवेश कर सकते हैं, पूंजी का कुशल प्रबंधन संभव होगा, नियमों को लेकर असमंजस खत्म हो जाएगा. इसके मायने को विस्तार में वीडियो की मदद से समझें.