Google लाया Willow Chip, धड़ाम हुई Bitcoin सहित दुनिया भर की क्रिप्टो करेंसी, जानें क्या है डर
गूगल की क्वांटम AI टीम ने Willow को पेश किया है. ये क्वांटम AI टीम के लिए एक बेहतरीन और भरोसेमंद क्वांटम कंप्यूटर बनाने में सफल रहा है. इस खबर के बाद दुनियाभर में क्रिप्टो करेंसी की कीमत में भारी गिरावट आई है.
Google Willow Chip: गूगल की क्वांटम AI टीम ने Willow नाम के एक नए चिप को पेश किया है. ये एक क्वांटम कंप्यूटिंग चिप है. गूगल का दावा है कि नए चिप से केवल पांच मिनट में ऐसे सवालों को हल किया जा सकेगा जिसे सॉल्व करने में दुनिया के सबसे तेज कंप्यूटर को 10 सेप्टिलिन साल (यह ब्रह्माण्ड की उम्र से भी अधिक है) का समय लगत है. इस खबर के बाद एक्सपर्ट्स क्रिप्टो करेंसी के सिक्योरिटी को लेकर भी चिंता जता रहे हैं. उनका मानना है कि गूगल के Willow से क्रिप्टो करेंसी के सिक्योरिटी को भी क्रैक किया जा सकता है.
क्रिप्टो करेंसी में आई गिरावट
Willow की खबर के बाद से ही दुनियाभर के क्रिप्टो करेंसी की कीमत में भारी गिरावट आ गई. ग्लोबल क्रिप्टो करेंसी मार्केट कैप भारी गिरावट के साथ 5.46 फीसदी गिर गया है. सबसे ज्यादा नुकसान सोलाना (Solana), बीएनबी (BNB), एथेरियम (Ethereum) और बिटकॉइन को हुआ है. हालांकि बिटकॉइन के डेवलपर्स इस चुनौती को लेकर पहले से सतर्क थे. इससे इतर वह क्रिप्टो करेंसी के सिक्योरीटी को मजबूत करने के लिए तमाम रिसर्च पर पहले से काम कर रहे हैं.
सुंदर पिचाई ने दी जानकारी
Google के सीईओ सुंदर पिचाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी. पिचाई ने अपने पोस्ट में लिखा, इस चिप से 30 साल का चैलेंज पूरा हो गया है. क्वांटम कंप्यूटिंग चिप, एक ऐसी सफलता है जो एरर को तेजी से कम कर सकती है. टेस्टिंग के दौरान Willow Chip ने बेहद मुश्किल कैलकुलेशन को सॉल्व करने में 5 मिनट का समय लगाया. वहीं दूसरी ओर सुपर कंप्यूटर को ऐसे मुश्किल सवालों को सॉल्व करने में 10-25 साल से अधिक का समय लगता है.
क्या होता है क्वांटम कंप्यूटर?
Quantum Computer का इस्तेमाल उन मौकों पर किया जाता है जहां कैलकुलेशन करने की जरूरत पड़ती है. ये अनगिनत आंकड़ों, समय, स्थितियां, मौसम, कीमतों की एक साथ कैलकुलेशन कर सकती है. इसकी मदद से यूजर को बेहतरीन कनक्लूजन मिल सकता है. यह क्यूबिट्स पर काम करता है. क्यूबिट्स का अर्थ कंप्यूटर बिट्स होता है.