IRCTC के इस ऑप्शन से मिल सकती है कंफर्म टिकट, जानें क्या है रेलवे का ‘विकल्प टिकट’

त्यौहारों के वक्त ट्रेन की बढ़ती भीड़ के कारण कंफर्म टिकट मिलने की संभावना काफी कम होती है. इसी परेशानी से राहत देने के लिए रेलवे के पास एक विकल्प है. 'IRCTC विकल्प'. जानें क्या है ये स्कीम और कैसे उठाएं इसका फायदा.

दिवाली और छठ को आने में कुछ ही दिन बचे हुए हैं. ऐसे में दूसरे शहरों में रहने वाले लोग बड़े स्तर पर घर की ओर बढ़ते हैं. उन सभी लोगों का सहारा मुख्य तौर पर ट्रेन ही होता है. लेकिन ट्रेन की बढ़ती भीड़ के कारण कंफर्म टिकट मिलने की संभावना काफी कम होती है. इसी परेशानी से राहत देने के लिए रेलवे के पास एक विकल्प है. ‘IRCTC विकल्प’.

क्या है IRCTC विकल्प?

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) की विकल्प स्कीम की मदद से उन यात्रियों को सहूलियत मिलेगी जिनकी टिकट कंफर्म नहीं हो पाती है. यात्री अगर इस ऑप्शन को चुनता है तब टिकट कंफर्म नहीं होने की स्थिती में यात्री की टिकट को उसी रूट पर जाने वाली दूसरी ट्रेन में ट्रांसफर कर दिया जाता है. ये विकल्प उन लोगों के लिए बड़े काम की चीज है जो दिवाली छठ के हाई ट्रैवल डिमांड के बीच ट्रेन में सफर कर रहे हैं. इसकी मदद से उन्हें कंफर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाएगी.

कैसे काम करता है IRCTC विकल्प?

टिकट बुकिंग के दौरान जब कोई यात्री विकल्प स्कीम का चयन करता है तब उसका टिकट शेड्यूल टाइम से 12 घंटे के अंदर चलने वाले किसी दूसरे ट्रेन में ट्रांसफर हो सकता है. दूसरे ट्रेन में टिकट उपलब्ध होने की स्थिति में सीट अपने आप कंफर्म हो जाएगा. इसके साथ यात्री को ये भी ध्यान रखना होगा कि एक बार दूसरे ट्रेन में टिकट कंफर्म होने के बाद यात्री पुरानी ट्रेन में सफर नहीं कर सकता है.

विकल्प स्कीम की विशेषताएं

इसका फायदा केवल मेल और एक्सप्रेस ट्रेन के यात्री ही उठा सकते हैं. इसके अलावा इस विकल्प को चुनने के लिए यात्री को कोई अतिरिक्त शुल्क देने की जरूरत नहीं है. वहीं विकल्प स्कीम का चयन करने के बाद यात्री की टिकट खुद-ब-खुद दूसरे ट्रेन में ट्रांसफर हो जाएगी (उपलब्धता के आधार पर).

कैसे करें विकल्प बुकिंग?

इसके लिए यात्री को आमतौर पर टिकट बुक करने की प्रक्रिया को पूरा करते हुए यात्री की जानकारी डाल कर आगे बढ़ना है. पेमेंट पेज पर जाते ही यात्री के सामने एक संकेत आएगा जिसमें विकल्प का चुनाव करने का ऑप्शन होगा. यात्री को बस उस विकल्प का चुनाव करना होगा.