भारत से बीजिंग के लिए सीधी फ्लाइट जल्द, वीजा मिलना होगा आसान

भारत और चीन ने दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए तेजी से काम करने का फैसला किया है. यह फैसला भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री और चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग की मुलाकात में हुआ. सुन वेइदोंग 12 और 13 जून को भारत आए थे. विदेश सचिव ने इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने में चीन के समर्थन की सराहना की.

India-China Direct Flights: भारत और चीन हवाई सेवाएं को लेकर तेजी से काम कर रहे हैं. दोनों देशों ने सीधी हवाई सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए तेजी से काम करने का फैसला किया है. यह फैसला भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री और चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग की मुलाकात में हुआ. सुन वेइदोंग 12 और 13 जून को भारत की यात्रा पर हैं. विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने 27 जनवरी 2025 को बीजिंग में हुई अपनी आखिरी बैठक के बाद द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने संबंधों बेहतर बनाने के लिए काम जारी रखने पर सहमति जताई.

भारत ने की सराहना

विदेश सचिव ने इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने में चीन के समर्थन की सराहना की. उन्होंने अप्रैल 2025 में सीमा पार नदियों पर विशेषज्ञ स्तर की बैठक का भी जिक्र किया और उम्मीद जताई कि जल संबंधी डेटा साझा करने और सहयोग में प्रगति होगी. हवाई सेवाओं के बारे में दोनों देशों ने सीधी उड़ानें शुरू करने के लिए जरूरी कदमों को तेज करने पर सहमति जताई. विदेश सचिव ने हवाई सेवा समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने की बात भी कही.

वीजा प्रक्रिया को आसान करने पर जताई सहमति

दोनों देशों ने वीजा प्रक्रिया को आसान करने और मीडिया व शोध संस्थानों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर सहमति जताई. साल 2025 में भारत-चीन के बीच कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर दोनों देशों ने इस मौके पर आयोजित होने वाली गतिविधियों को सकारात्मक माना और इन्हें समर्थन देने का वादा किया. दोनों पक्षों ने व्यापार और आर्थिक क्षेत्रों में खास मुद्दों पर चर्चा के लिए विशेष बातचीत करने पर भी सहमति जताई.

आपसी सहयोग को बेहतर करना है मकसद

यह मुलाकात जनवरी 2025 में व्यापार और आर्थिक मुद्दों को हल करने का हिस्सा है. इसका मकसद आपसी सहयोग को बेहतर करना और संबंधों को मजबूत करना है. दोनों देशों ने लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने और सहयोग को गहरा करने के लिए ठोस कदम उठाने का फैसला किया है.