अब बुरी तरह रोएगा पाकिस्तान, सिंधु समझौते पर मंसूबे पर फिरा पानी, वर्ल्ड बैंक बोला हम कुछ नहीं कर सकते
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान से भारत नाराज था, इसी के जवाब में भारत ने सिंधु समझौता स्थगित कर दिया था. इसे लेकर पाकिस्तान ने वर्ल्ड बैंक से गुहार लगाई थी, लेकिन अब विश्व बैंक ने भी इस मसले पर पाकिस्तान का साथ नहीं दिया है, तो वर्ल्ड बैंक ने क्या की टिप्पणी आइए जानते हैं.
Indus Water Treaty: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पिछले महीने इंडस वाटर ट्रीटी यानी सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया था, जिससे पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. भारत के एक्शन से छटपटाते हुए पाकिस्तान ने सिंधु समझौते की मध्यस्थता करने वाले वर्ल्ड बैंक का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन अब उसने भी इस मसले से अपना पल्ला झाड़ लिया है. वर्ल्ड बैंक ने साफ कर दिया कि वह इस विवाद में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा. उनकी भूमिका महज फैसिलिटेटर यानी सहायक की है.
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा का कहना है कि उनका रोल सिर्फ facilitator का है. मीडिया में चल रही अटकलें गलत हैं. उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. इसी के साथ पाकिस्तान के अरमान भी खाक हो गए हैं. बता दें पाक ने पानी रोके जाने के खिलाफ विश्व बैंक सहित तीन अलग-अलग कानूनी रास्तों पर विचार किया था. पाकिस्तान के कानून और न्याय राज्य मंत्री अकील मलिक ने रॉयटर्स को बताया था कि इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह मुद्दा उठाने की योजना बना रहा है, लेकिन विश्व बैंक के बयान ने पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
मोदी का सख्त संदेश
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए हाल ही कहा था कि भारत के हक का पानी, भारत के हक में बहेगा. गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में सलाल बांध के तीन गेट पूरी तरह खुले नजर आए. यह बांध चेनाब नदी पर बना है, जिसका पानी पहले पाकिस्तान के लिए नियंत्रित किया जाता था.
क्या है इंडस वाटर ट्रीटी?
इंडस वॉटर ट्रीटी यानी सिंधु जल समझौता 1960 में हुआ था. इसके तहत छह नदियों – सिंधु, झेलम, चेनाब, रावी, ब्यास और सतलुज के पानी के बंटवारे को नियंत्रित किया गया था. इस नदी पर भारत के सलाल और बागलीहार बांध बने हैं. भारत ने पाकिस्तान की ओर से सीमा पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने पर इस संधि को निलंबित करने का फैसला लिया था.
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भारत ने चालया ऑपरेशन सिंदूर
इंडस वाटर ट्रीटी के निलंबन के साथ ही भारत ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर चलाया. तभी पाक ने भी पलटवार करते हुए भारत के कई बॉर्डर पर हमला करने की कोशिश की. 8-9 मई की रात पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने ड्रोन और अन्य हथियारों से पश्चिमी सीमा पर कई हमले किए, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया. मगर इससे भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है.