कौन है मेहता परिवार, जिसने लिया HDFC बैंक से पंगा; इनके अस्पताल में अरबपति से लेकर सेलेब्स कराते हैं इलाज
HDFC बैंक के CEO शशिधर जगदीशन के खिलाफ लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट के मेहता परिवार ने RBI और ED से जांच की मांग की है. ट्रस्ट का आरोप ने CEO पर कई बड़े आरोप लगाए हैं. जानें कौन हैं मेहता परिवार...
Who is Mehta Family of Lilavati Hospital: HDFC बैंक के सीईओ शशिधर जगदीशन के खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है और साथ ही इनके खिलाफ रिजर्व बैंक और ED से एक फ्रॉड केस की जांच की मांग की गई है. ये मांग करने वाले और HDFC बैंक को कठघरे में खड़ा करने वाला लीलावती कीर्ति लाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट है जो मुंबई के लीलावती अस्पताल को मैनेज करता है जहां दिग्गज अरबपति से लेकर सेलेब्स भी अपना इलाज करवाते हैं. ट्रस्टी में मुख्य रूप से शामिल मेहता परिवार ने CEO पर आरोप लगाए हैं. HDFC बैंक ने भी ट्रस्ट पर आरोप लगाए हैं. ट्रस्ट पहले भी कई बार विवादों के कारण सुर्खियों में रहा है. अब एक बार फिर सभी की नजरों में आ गया है. ये मामला क्या है ये तो बताएंगे ही लेकिन आपको पूरे मेहता परिवार से भी मिलवाएंगे जो ताजे विवाद की वजह से सुर्खियों में हैं.
लीलावती अस्पताल
लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट मुंबई के लीलावती अस्पताल को संभालता है, जो भारत का एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल है और इसे वैश्विक स्तर पर भी पहचान मिली है. इसकी शुरुआत 1997 में केवल 10 बेड और 22 डॉक्टरों के साथ हुई थी. आज अस्पताल में कुल 323 बेड हैं, और बड़े ICU यूनिट भी है, 12 आधुनिक सुविधाओं वाले ऑपरेशन थिएटर हैं, 300 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर हैं और लगभग 1,800 कर्मचारियों की टीम है. लीलावती अस्पताल वही है जहां बड़े-बड़े अरबपति और सेलेब्स अपना इलाज करवाते हैं.
क्या है मेहता परिवार और HDFC का मामला?
लीलावती कीर्ति लाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट (मेहता परिवार – प्रशांत मेहता) ने RBI और ED से HDFC बैंक के CEO शशिधर जगदीशन को तुरंत निलंबित करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने की अपील की है, साथ ही FIR भी दर्ज की है. जगदीशन पर आरोप है कि उन्होंने 25 करोड़ रुपये के एक घोटाले को नजरअंदाज किया और बिना किसी गहन जांच के संबंधित अकाउंट को बंद कर दिया गया जो ट्रस्ट से संबंधित है.
HDFC बैंक ने CEO जगदीशन के बचाव में कहा कि उन्हें जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है. ये सब पुराने लोन की वसूली से बचने का तरीका है. बैंक ने इन आरोपों को न सिर्फ झूठा, बल्कि दुर्भावनापूर्ण बताया है.
बैंक के अनुसार, ट्रस्ट के ट्रस्टी प्रशांत मेहता और उनके परिवार पर बैंक का बड़ा कर्ज बकाया है, जिसे अब तक चुकाया नहीं गया है. पिछले 20 सालों में बैंक ने कई बार रिकवरी की कोशिश की, लेकिन हर बार मेहता परिवार ने नए-नए मुकदमे दायर कर मामले को उलझाने की कोशिश की है.
मेहता परिवार
लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट (LKMMT) एक सार्वजनिक चैरिटेबल ट्रस्ट है, जिसकी स्थापना 1978 में स्व. कीर्तिलाल मेहता ने की थी.
कीर्तिलाल मेहता 1907 में गुजरात के छोटे से शहर पालनपुर से थे, वे बाद में बर्मा (म्यांमार) के रंगून में अपने फैमिली बिजनेस के लिए काम करने लगे. फिर उन्होंने हीरा कारोबार में अपने पैर जमाए. उनकी पत्नी लीलावती मेहता थी जिनके नाम पर अस्पताल चलाया जाता है.
कीर्तिलाल मेहता है पांच बच्चे थे- किशोर मेहता, विजय मेहता, प्रभोध मेहता, रश्मि मेहता और रेखा सेठ (मेहता परिवार की इकलौती बेटी). ये पांचों ट्रस्टी थे. रेखा को छोड़ कर बाकी सभी के बच्चे भी ट्रस्टी रह चुके हैं. फिलहाल ये ट्रस्ट किशोर मेहता परिवार के हाथ में है.
कई साल पहले एक अन्य विवाद में भी मेहता परिवार का नाम आया था. वह मामला 1250 करोड़ रुपये था. इस विवाद में किशोर मेहता परिवार को छोड़कर दूसरी पीढ़ी के हर मेहता ट्रस्टी पर इस मामले में केस दर्ज है.
किशोर मेहता परिवार
स्व. किशोर मेहता की पत्नी चारू मेहता अस्पताल की प्रमोटर और ट्रस्टी हैं.
इन दोनों तीन बच्चे वर्तमान में ट्रस्टी हैं.
- प्रशांत मेहता
- राजेश मेहता
- राजीव मेहता
आज कौन संभाल रहा ट्रस्ट का कामकाज
इस समय चारू मेहता, प्रशांत मेहता, राजेश मेहता, राजीव मेहता ट्रस्टी हैं. किशोर मेहता का निधन हो चुका है.