सूरत की इस सोलर कंपनी का अमेरिका-अफ्रीका तक साम्राज्य; अब 1500 करोड़ के IPO का फाइल किया DRHP
भारत की टॉप सोलर मॉड्यूल कंपनियों में शामिल Rayzon Solar एक बड़ा आईपीओ लेकर आ रही है. कंपनी की ग्रोथ और टेक्नोलॉजी प्लानिंग ने बाजार में हलचल मचा दी है. निवेशक इसे लेकर खासे उत्साहित हैं. जानिए इस कंपनी की विस्तार योजनाओं और निवेश से जुड़ी अहम बातें…
Rayzon Solar IPO: भारत की तेजी से बढ़ती सौर ऊर्जा कंपनियों में शुमार गुजरात स्थित रेजॉन सोलर (Rayzon Solar) ने 1,500 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने के लिए SEBI में ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल कर दिए हैं. कंपनी का दावा है कि वह भारत की टॉप 10 सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माताओं में शामिल है और उसकी मौजूदा इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 6 गीगावॉट है.
पूरी तरह फ्रेश इश्यू होगा IPO
यह IPO पूरी तरह फ्रेश इश्यू होगा. इससे जुटाए गए फंड सीधे कंपनी के विस्तार और निवेश योजनाओं में इस्तेमाल किए जाएंगे. हालांकि कंपनी ने यह भी संकेत दिया है कि वह प्री-IPO राउंड में 300 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बना रही है. अगर यह रकम पहले ही जुटा ली जाती है, तो IPO का आकार उसी अनुपात में घटाया जाएगा. साथ ही अगर आईपीओ आने से पहले कोई दिग्गज इन्वेस्टर इसे फंड करता है तो निवेशकों का भरोसा भी कंपनी पर बढ़ेगा.
इस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर के तौर पर SBI Capital Markets, Ambit और IIFL Capital Services को नियुक्त किया गया है. AZB & Partners इश्यूअर कंपनी के लीगल एडवाइजर हैं, जबकि JSA इन्वेस्टमेंट बैंकों की लीगल टीम को लीड कर रहा है.
कहां खर्च होंगे फंड?
Rayzon Solar ने बताया कि वह इस फंड में से 1,265 करोड़ रुपये अपनी सब्सिडियरी कंपनी Rayzon Energy के जरिए सूरत (गुजरात) में 3.5 गीगावॉट की नई सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए खर्च करेगी. यह यूनिट TOPCon तकनीक (Tunnel Oxide Passivated Contact) पर आधारित होगी और FY27 तक पूरी तरह ऑपरेशनल हो जाएगी.
कंपनी की ग्रोथ और विस्तार
रेजॉनसोलर ने 2017 में अपना ऑपरेशन शुरू किया था और तब से अब तक इसने 40 मेगावॉट से 6 गीगावॉट तक का सफर तय कर लिया है. कंपनी के पास दो प्रोडक्शन यूनिट (करंज और सावा) पहले से हैं और 2 गीगावॉट की अतिरिक्त कैपेसिटी अक्टूबर 2025 तक शुरू होने की योजना में है. कंपनी का बाजार, अमेरिका, जर्मनी से लेकर साउथ अफ्रीका तक फैला हुआ है.
इसके अलावा, Rayzon Industries नाम की सब्सिडियरी कंपनी 19,800 मीट्रिक टन प्रति वर्ष की एल्यूमिनियम फ्रेम उत्पादन इकाई की स्थापना कर रही है, जो जुलाई 2025 तक चालू हो जाएगी.
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रेजॉनसोलर का यह IPO सौर ऊर्जा क्षेत्र के निवेशकों और ग्रीन एनर्जी पर फोकस करने वालों के लिए बड़ा अवसर साबित हो सकता है. निवेशकों की निगाह अब इस IPO की लॉन्च डेट और मूल्य निर्धारण पर टिकी है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यह सामग्री केवल सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है और इसे निवेश सलाह या सिफारिश के रूप में न माना जाए. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें. बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है.