अब नहीं किया FD में निवेश तो पछताएंगे, RBI के रेट कट के बाद ब्याज दरों में आ सकती है बड़ी गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक ने इस साल तीसरी बार रेपो रेट में कटौती करते हुए इसे 5.5 फीसदी कर दिया है. लगातार हो रही इस कटौती से बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और सेविंग अकाउंट्स पर ब्याज दरों में तेज गिरावट की है. फरवरी 2025 से अब तक FD दरों में 30 से 70 बेसिस पॉइन्ट तक की कटौती हो चुकी है.
FD Rate May Decline RBI Rate Cut: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इस साल की तीसरी मौद्रिक नीति बैठक (MPC) में एक बार फिर से रेपो रेट में कटौती कर दी है. इस बार 50 बेसिस पॉइंट की कटौती के साथ रेपो रेट अब 5.5 फीसदी पर आ गया है. यह कटौती फरवरी और अप्रैल 2025 में हुई दो बार की 25-25 बेसिस पॉइन्ट की कटौती के बाद की गई है. रेपो रेट में लगातार गिरावट से फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाला ब्याज भी घट रहा है. यह उन निवेशकों के लिए चेतावनी है जो FD को सुरक्षित निवेश का जरिया मानते हैं और ज्यादा ब्याज की उम्मीद रखते हैं.
क्या हुआ RBI की मीटिंग में?
शुक्रवार, 6 जून को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में आरबीआई की ओर से कई चीजों को बदला है. इसमें रेपो रेट के अलावा CRR में भी कटौती की गई.
- रेपो रेट में 50 bps की कटौती, अब 5.5 फीसदी का दर.
- कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में भी 1 फीसदी की कटौती
- मौद्रिक नीति का रुख “Accommodative” से बदलकर “Neutral” किया गया
इस बदलाव का सीधा असर बैंकों की फंडिंग वाले लागत पर पड़ा है. इसके चलते बैंक भी तेजी से FD और सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज दरों में कटौती कर रहे हैं. SBI रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी 2025 से अब तक बैंकों ने FD की ब्याज दरों में 30 से 70 बेसिस पॉइन्ट की कटौती की है. साथ ही सेविंग अकाउंट पर भी ब्याज दरों में गिरावट देखी गई है. SBI की रिपोर्ट में कहा गया है, “बचत खातों पर ब्याज को न्यूनतम स्तर 2.70 फीसदी तक घटा दिया गया है.”
आगे और कट सकती हैं ब्याज दरें
SBI रिसर्च का कहना है कि आने वाले समय में RBI FY26 में कुल 100 बेसिस पॉइंट तक रेपो रेट में और कटौती कर सकता है. अगर खुदरा महंगाई दर (CPI) 4 फीसदी से नीचे बनी रहती है और क्रेडिट ग्रोथ कमजोर रहता है तो RBI की अगली पॉलिसी मीटिंग में भी दरों में कटौती की उम्मीद है. अगर ये कटौती होती है तब इसका सीधा असर FD और सेविंग अकाउंट की ब्याज दरों पर पड़ेगा जिससे एफडी पर आम निवेशक को कम रिटर्न मिलेगा.
क्या करें FD निवेशक?
अभी कई बैंक 7 फीसदी से 8.25 फीसदी तक की दर पर FD दे रहे हैं, खासकर छोटे और स्मॉल फाइनेंस बैंकों में. हालांकि, इन बैंकों में जोखिम ज्यादा होता है, इसलिए निवेश की राशि डिपॉजिट इंश्योरेंस की सीमा के भीतर रखें. इससे इतर, चूंकि ब्याज दरों का चक्र अब नीचे की ओर जा रहा है, इसलिए 2-5 साल की FD में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है. यानी कुल मिलाकर, अगले आरबीआई कटौती से पहले एफडी निवेशकों को अपने पैसों को बैंकों में डाल देना चाहिए. आइए आपको मौजूदा एफडी रेट की जानकारी देते हैं.
बैंक का नाम | सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज दर (प्रतिवर्ष) | वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर (प्रतिवर्ष) |
---|---|---|
एक्सिस बैंक (Axis Bank) | 3.00% – 7.05% | 3.50% – 7.55% |
बंधन बैंक (Bandhan Bank) | 3.00% – 7.75% | 3.75% – 8.25% |
बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) | 4.00% – 7.10% | 4.50% – 7.60% |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 3.50% – 7.15% | 4.00% – 7.65% |
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) | 3.00% – 7.05% | 3.00% – 7.05% |
आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) | 3.00% – 7.05% | 3.00% – 7.55% |
आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) | 3.00% – 7.00% | 3.50% – 7.50% |
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक | 3.00% – 7.25% | 3.50% – 7.75% |
इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) | 3.50% – 7.75% | 4.00% – 8.25% |
कर्नाटका बैंक | 3.50% – 7.15% | 3.75% – 7.55% |
कोटक महिंद्रा बैंक | 2.75% – 7.15% | 3.25% – 7.65% |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 2.75% – 6.75% | 3.25% – 7.25% |
पंजाब नेशनल बैंक | 3.50% – 7.10% | 4.00% – 7.60% |
आरबीएल बैंक (RBL Bank) | 3.50% – 7.75% | 4.00% – 8.25% |
साउथ इंडियन बैंक | 2.90% – 7.15% | 3.40% – 7.65% |
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) | 3.50% – 6.90% | 4.00% – 7.40% |
तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक | 4.10% – 7.30% | 4.10% – 7.80% |
यूको बैंक (UCO Bank) | 2.90% – 7.05% | 3.15% – 7.55% |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 3.50% – 7.15% | 3.75% – 7.40% |
यस बैंक (YES Bank) | 3.25% – 7.50% | 3.75% – 8.25% |