BSE शेयरों पर मंडरा रहा है एक्सपायरी का संकट, Jefferies की रिपोर्ट बनी उम्मीद की किरण

शेयर बाजार में डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग से जुड़े एक बड़े फैसले ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE को मुश्किल में डाल दिया है. SEBI ने वीकली F\&O एक्सपायरी के नए नियम तय किए हैं, जिसके अनुसार NSE को मंगलवार और BSE को गुरुवार का दिन अलॉट किया गया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस फैसले से BSE के ऑप्शंस वॉल्यूम में गिरावट आ सकती है.

इस फैसले का असर बुधवार को BSE के शेयरों पर साफ दिखाई दिया, जब बाजार खुलते ही शेयर में लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट आई और इसका भाव 2500 रुपये तक नीचे चला गया. यह गिरावट लगातार छठे दिन देखने को मिली, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई.

हालांकि, इसी बीच ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies की रिपोर्ट ने थोड़ी राहत दी है. रिपोर्ट में BSE की मजबूत फाइनेंशियल पोजीशन और लॉन्ग टर्म ग्रोथ की संभावना को लेकर पॉजिटिव रुख जताया गया है. इसके अलावा मोतीलाल ओसवाल और गोल्डमैन सैक्स जैसी ब्रोकरेज कंपनियों ने भी BSE पर अपनी उम्मीदें जताई हैं.