इस दिग्गज कंपनी ने छोड़ा ओला इलेक्ट्रिक का साथ, 552 करोड़ में बेच दी अपनी पूरी हिस्सेदारी
Ola Electric: NSE पर उपलब्ध बल्क डील के आंकड़ों के अनुसार, हुंडई मोटर कंपनी ने बेंगलुरु स्थित ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में 10.88 करोड़ से अधिक शेयर यानी 2.47 फीसदी हिस्सेदारी बेची. इस डील का असर बुधवार 4 जून को ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में दिख सकता है.
Ola Electric: दक्षिण कोरिया की वाहन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी हुंडई मोटर ने मंगलवार 3 जून को ओपन मार्केट के लेनदेन के जरिए ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में अपनी पूरी 2.47 फीसदी हिस्सेदारी 552 करोड़ रुपये में बेच दी. NSE पर उपलब्ध बल्क डील के आंकड़ों के अनुसार, हुंडई मोटर कंपनी ने बेंगलुरु स्थित ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में 10.88 करोड़ से अधिक शेयर यानी 2.47 फीसदी हिस्सेदारी बेची. शेयरों का सेटलमेंट औसतन 50.70 रुपये प्रति शेयर के भाव पर किया गया, जिससे डील की वैल्यू 551.96 करोड़ रुपये बैठती है.
किआ कॉरपोरेशन ने भी बेचे शेयर
एक अलग लेनदेन में ग्लोबल हुंडई-किआ ऑटोमोटिव समूह की यूनिट किआ कॉरपोरेशन ने भी 2.71 करोड़ से अधिक शेयर बेचे, जो ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में 0.62 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. किआ कॉरपोरेशन ने शेयरों को औसतन 50.55 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेचा. इससे डील की वैल्यू 137.35 करोड़ रुपये बैठती है.
इस ग्रुप ने की खरीदारी
इस बीच, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स मॉरीशस ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में 435 करोड़ रुपये में 8.61 करोड़ से अधिक शेयर खरीदे, जो 1.95 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है. ये शेयर 50.55 रुपये प्रति शेयर के औसत मूल्य पर खरीदे गए, इससे डील की वैल्यू 435.47 करोड़ रुपये रही.
शेयरों में गिरावट
इस डील का असर बुधवार 4 जून को ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में दिख सकता है. ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में मंगलवार को बड़ी गिरावट आई. आज के कारोबार में ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयर 8.10 फीसदी की गिरावट के साथ 49.33 रुपये पर क्लोज हुए.
कंपनी का घाटा
पिछले हफ्ते ओला इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 25 के मार्च तिमाही के अपने नतीजे जारी किए थ. इसमें कंपनी ने 870 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट लॉस दर्ज किया था. कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में 416 करोड़ रुपये का नेट लॉस दर्ज किया था. ओला इलेक्ट्रिक का ऑपरेशनल रेवेन्यू एक साल पहले की समान अवधि के 1,598 करोड़ रुपये की तुलना में घटकर 611 करोड़ रुपये रह गया.