बैंकिंग सेक्टर का नया सुपरस्टार बना ICICI बैंक, पहुंचा ऑल टाइम हाई, MOSL और SBI सिक्योरिटीज ने दी ‘BUY’ रेटिंग
ICICI बैंक के शेयर ने इस हफ्ते नया ऑल टाइम हाई छू लिया है और ब्रोकरेज हाउस इसकी ग्रोथ को लेकर बेहद उत्साहित हैं. डिविडेंड, NPA में गिरावट और मजबूत नतीजों के दम पर इसे टॉप पिक बताया जा रहा है. लेकिन क्या अभी निवेश करना सही रहेगा, पढ़ें रिपोर्ट में.
ICICI Bank ने एक बार फिर निवेशकों का भरोसा जीत लिया है. बैंक का शेयर आज 1,436 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया और इसके पीछे मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और ब्रोकरेज फर्मों की सकारात्मक राय रही. SBI Securities और Motilal Oswal जैसी प्रमुख ब्रोकरेज कंपनियों ने बैंक की कमाई, ग्रोथ और एसेट क्वालिटी को देखते हुए इसे टॉप पिक्स में शामिल किया है.
मजबूत नतीजों का असर
ICICI बैंक ने चौथी तिमाही (Q4FY25) में 12,630 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 18 फीसदी और तिमाही आधार पर 7.1 फीसदी की बढ़त दिखाता है. बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) 11 फीसदी बढ़कर 21,193 करोड़ रुपये रही और प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPOP) 13.7 फीसदी बढ़कर 17,425 करोड़ रुपये रहा.
बैंक की एसेट क्वालिटी भी बेहतर हुई है. ग्रॉस एनपीए (GNPA) 1.67% और शुद्ध एनपीए (NNPA) 0.39% तक आ गए हैं, जबकि कर्ज वसूली दर भी बेहतर हुई है. बैंक ने FY25 के लिए 11 रुपये प्रति शेयर का आखिरी डिविडेंड घोषित किया है.
ब्रोकरेज फर्म्स का भरोसा
SBI Securities का कहना है कि ICICI बैंक की ग्रोथ इंडस्ट्री एवरेज से बेहतर है. बैंक की एडवांस ग्रोथ 13.3 फीसदी और डिपॉजिट ग्रोथ 14 फीसदी रही, जबकि इंडस्ट्री एवरेज क्रमशः 11% और 10% थी. इसके अलावा, बैंक की RoA (2.49%) और RoE (18.2%) जैसी रिटर्न रेशियो इसे प्रतिस्पर्धियों से ऊपर रखती हैं. SBI Securities ने बैंक का टारगेट प्राइस 1,500 से 1,550 रुपये रखा है.
वहीं Motilal Oswal ने बैंक के प्रदर्शन पर भरोसा दिखाते हुए टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 1,650 रुपये कर दिया है. ब्रोकरेज का मानना है कि NIM में सरप्राइज एक्सपेंशन, मजबूत शुल्क आय और नियंत्रित प्रावधानों (Attribution of fee income and controlled provisions) के वजह से FY27 तक बैंक का RoA 2.3 फीसदी और RoE 17.5 फीसदी तक पहुंच सकता है.
यह भी पढ़ें: भारत में सोना 98 हजार तो दुबई में कहां पहुंचा रेट, जानें तूफानी तेजी में सस्ता या महंगा
क्या है आगे की रणनीति?
बैंक का मैनेजमेंट मानता है कि लिक्विडिटी की स्थिति सुधर रही है, जिससे जमा राशियों में बढ़त देखी गई है. ब्याज दरों में कटौती से आगामी तिमाहियों में डिपॉजिट रेट में गिरावट आ सकती है. इसके साथ ही बैंक का फोकस बिजनेस बैंकिंग, कॉरपोरेट लोन और तकनीकी निवेश पर रहेगा.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.