WhatsApp पर टिप्स, पीछे से ट्रेडिंग! संजीव भसीन समेत 12 लोगों पर SEBI सख्त, 11.37 करोड़ लौटाने का आदेश
SEBI ने शेयर बाजार में हेराफेरी के आरोप में संजीव भसीन और 11 अन्य लोगों पर सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें ट्रेडिंग से बैन कर दिया है. भसीन पर आरोप है कि उन्होंने टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर शेयर खरीदने की सलाह देकर पहले खुद मुनाफा कमाया.
SEBI Bans Sanjiv Bhasin and Others: सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने मंगलवार को बड़ा कदम उठाते हुए कुल 12 लोगों को शेयर बाजार से बैन कर दिया है. इसमें जाने-माने शेयर मार्केट एक्सपर्ट संजीव भसीन और उनके 11 साथी हैं. सेबी ने सभी पर शेयर बाजार में हेराफेरी (शेयर मैनिपुलेशन) के आरोप में बैन लगा दिया है. इन सभी लोगों पर 11.37 करोड़ रुपये के अवैध मुनाफे को बाजार से निकालने का आदेश भी दिया गया है.
क्या हैं आरोप?
SEBI की 149 पन्नों की अंतरिम रिपोर्ट में बताया गया कि संजीव भसीन, जो पहले IIFL सिक्योरिटीज में डायरेक्टर और फिर कंसल्टेंट रह चुके हैं, ने टीवी चैनलों, टेलीग्राम और सोशल मीडिया पर शेयर खरीदने की सलाह दी थी. लेकिन इन सलाहों से पहले वो खुद गुपचुप तरीके से शेयर खरीद लेते थे, जिससे शेयर का भाव बढ़ता और फिर वे खुद के खरीदे शेयर ऊंचे दाम पर बेचकर मुनाफा कमाते थे. यह सब उन्होंने Gemini Portfolios, Venus Portfolios और HB Stock Holdings Ltd के खातों से किया, जो कि RRB Master Securities Delhi Ltd के जरिए ट्रेडिंग करते थे.
कैसे हुआ खुलासा?
SEBI ने 13 और 14 जून 2024 को NCR के कई ठिकानों पर सर्च और सीज ऑपरेशन चलाया. इस दौरान WhatsApp चैट, ऑडियो रिकॉर्डिंग और अन्य सबूत मिले, जिनसे साफ हुआ कि संजीव भसीन ने “Buy Today Sell Tomorrow (BTST)” और इंट्राडे ट्रेडिंग के जरिए गलत तरीके से पैसे कमाए.
रिश्तेदार और साथी भी शामिल
SEBI की जांच में सामने आया कि संजीव भसीन के चचेरे भाई ललित भसीन भी इस गड़बड़ी में शामिल थे और उन्होंने कई बार गलत ट्रेड्स करने में मदद की. RRB Master Securities के एमडी आशीष कपूर पर भी आरोप है कि उन्होंने इस स्कीम को पूरा करने के लिए तकनीकी सहयोग दिया. इसके अलावा, कुछ और कंपनियों और लोगों ने संजीव भसीन की ट्रेडिंग रणनीति को कॉपी कर खुद भी मुनाफा कमाया.
SEBI का फैसला
SEBI ने इन सभी लोगों पर शेयर बाजार में ट्रेडिंग पर बैन लगा दिया है. अब ये लोग न तो कोई शेयर खरीद सकते हैं और न ही बेच सकते हैं. साथ ही 11.37 करोड़ रुपये के अवैध मुनाफे को वापस लौटाने का आदेश भी दिया गया है. संजीव भसीन को मीडिया और सोशल मीडिया पर एक भरोसेमंद एक्सपर्ट के रूप में देखा जाता था. ऐसे में उनके खिलाफ लगे आरोप और बैन से छोटे निवेशकों के बीच चिंता बढ़ गई है. SEBI का यह कदम बाजार में पारदर्शिता और विश्वास बनाए रखने के लिए अहम माना जा रहा है.
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