इजरायली हमले में ईरानी यूरेनियम सेंट्रीफ्यूज फैसिलिटी तबाह, IAEA ने जताया रेडिएशन लीक का खतरा

संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी IAEA का कहना है कि सोमवार-मंगलवार को हुए इजरायली हमलों की वजह से ईरान की सबसे बड़ी यूरेनियम सेंट्रीफ्यूज फैसिलिटी तबाह हो गई है. एजेंसी का कहना है कि इसकी वजह से रेडिएशन लीक का खतरा हो सकता है.

इजरायली हमले के बाद नजांत एनरिचमेंट साइट की सैटेलाइट तस्वीर Image Credit: x/osc_london

इजरायल की तरफ से लगातार ईरान के उन ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है, जहां ईरान परमाणु कार्यक्रम चला रहा है. इजरायल के इन हमलों पर मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा निगरानी एजेंसी IAEA ने चिंताजनक रिपोर्ट दी है. IAEA के मुताबिक इजरायल ने 13 जून को ईरान के नतांज में जिस न्यूक्लियर फैसिलिटी को निशाना बनाया था वहां न्यूक्लियर रेडिएशन का खतरा हो सकता है. IAEA ने मंगलवार को कहा कि उसका मानना ​​है कि ईरान के नातांज एनरिचमेंट एरिया में इजरायली हवाई हमलों की वजह से अंडरग्राउंड सेंट्रीफ्यूज हॉल तबाह हो गया है.

यह पहली बार है जब संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी संस्था ने नातांज के भूमिगत हिस्सों में हमलों से हुए नुकसान का आकलन किया है. एजेंसी ने कहा कि शुक्रवार के हमलों के बाद जुटाई गई हाई-रिजॉल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण के आधार पर IAEA को रेडिउशन लीक का खतरा नजर आया है.

वहीं, ईरान ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि नतांज एनरिचमेंट कॉम्प्लेक्स पर इजरायल के हमले के बाद वहां रेडिएशन के संकेत मिले हैं. हालांकि, यह रेडिएशन कितना खतरनाक है इसकी जानकारी नहीं दी गई है. इस मामले पर ईरानी एटोमिक एनर्जी एजेंसी के डिप्टी डायरेक्टर बेहरोज कमालवांदी ने कहा कि नतांज में इजरायली हमले के बाद केमिकल और रेडिया एक्टिव लीक के सबूत मिले हैं.

ट्रंप बोले सरेंडर करें खामेनेई

Iran Israel war लगातार बढ़ता जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को जी-7 की बैठक बीच में छोड़कर इस युद्ध में अमेरिकी भूमिका को साफ करने वाशिंगटन लौटे. जहां, उन्होंने कई घंटे व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में बिताए. इसके बाद उन्होंने एक तरह से ईरान के खिलाफ सीधे जंग का ऐलान करते हुए कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई सरेंडर कर दें. अमेरिका को उनकी लोकेशन मालूम है. उन्हें जब चाहें निशाना बना सकते हैं.

ट्रंप ने कहा, हमें अच्छी तरह पता है कि “सर्वोच्च नेता” कहां छिपे हैं. वे हमारे लिए एक आसान लक्ष्य हैं. फिलहाल, वे सुरक्षित हैं. हम उन्हें मार रहे हैं. कम से कम अभी तो नहीं. लेकिन हम नहीं चाहते कि मिसाइलें नागरिकों या अमेरिकी सैनिकों पर दागी जाएं. हमारा धैर्य जवाब दे रहा है.

ईरान के आसामान पर कब्जा

ट्रंप ने सैन्य लीडरशिप के साथ घंटों लंबी बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कई पोस्ट किए. इनमें सबसे पहले उन्होंने कहा कि ईरान के आसमान पर अब हमारा कब्जा है. ईरान के पास अच्छे स्काई ट्रैकर और दूसरे डिफेंसिव इक्विपमेंट हैं. लेकिन, अमेरिका में बने हथियारों का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है.

सरेंडर से कम कुछ स्वीकार नहीं

ट्रंप ने एक और पोस्ट में कहा कि अब ईरान के पूरी तरह सरेंडर किए जाने से कम कुछ भी स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका ईरान के परमाणु प्लांट पर हमला कर सकता है और अमेरिकी फौज सीधे तौर पर ईरान के खिलाफ जंग में उतर सकती है.

ईरान का दावा चार F-35 गिराए

ईरान की समाचार एजेंसी IRNA के मुताबिक मंगलवार को ईरान के मिसाइल हमले में जहां मोसाद का मुख्यालय तबाह कर दिया गया है. वहीं, ईरानी शहर तबरीज में अमेरिकी फाइटर जेट F-35 को मार गिराया है. एजेंसी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह चौथा F-35 जिसे बीते एक सप्ताह में गिराया गया है.