RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने साफ कर दिया है कि फिलहाल भारतीय बैंकों में विदेशी स्वामित्व की मौजूदा 15 फीसदी की सीमा में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों के स्वामित्व ढांचे और पात्रता से जुड़े मानकों की समीक्षा की जा सकती है. PTI की […]
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार पर डॉलर की मजबूती का असर देखने को मिला है. रिजर्व बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक एक सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 1.2 अरब डॉलर की कमी आई. अब यह घटकर 691.5 अरब डॉलर हो गया है.
बाजार नियामक सेबी ने भगेाड़े कारोबारी मेहुल चोकसी के खिलाफ कार्रवाई की है. इनसाइडर ट्रेडिंग के एक मामले में सेबी ने चोकसी के डीमैट अकाउंट को अटैच किया है. सेबी ने यह कार्रवाई चोकसी से 2.1 करोड़ रुपये की रिकवरी के लिए की है.
पूरी दुनिया में कारोबार डॉलर के जरिये होता है. यही वजह है कि अमेरिका दुनियाभर पर धौंस जमाता है. लेकिन, रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के बाद से दुनिया के कई देश डॉलर का विकल्प तलाशने में जुटे हैं. इस बीच क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसा विकल्प बनकर उभरा है, जो किसी सरकार के नियंत्रण में नहीं है. लेकिन, अमेरिका अब क्रिप्टोकरेंसी के एक रूप स्टेबलकॉइन के जरिये आगे भी डॉलर की धाक बनाए रखने की कवायद में जुटा है. जानें क्या है अमेरिका की योजना?
विजय माल्या का कहना है कि वे चोर नहीं हैं. उनका इरादा हमेशा लोन को चुकाने का था, लेकिन उन्हें जबरन निशाना बनाया गया है. यहां तक कि माल्या ने भारत लौटने की बात भी कही है. सवाल यह उठता है कि क्या वाकई माल्या सच बोल रहे हैं. बहरहाल, यहां जानते हैं कि माल्या के मामले पूरी इनसाइडर स्टोरी क्या है?
रिजर्व बैंक ने आम आदमी को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में 50 आधार अंक यानी 0.5 फीसदी की बड़ी कटौती का ऐलान किया है. इस कटौती का असर सीधे तौर पर आम लोगों की जेब पर देखने को मिलेगा. खासतौर पर फ्लोटिंग लोन रेट की EMI में कमी आएगी. जानते हैं रिजर्व बैंक के आज के फैसले से आपकी जेब पर कितना असर होगा?
पाकिस्तानी सेना के जनरल से फील्ड मार्शल बने असीम मुनीर की इन दिनों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फजीहत हो रही है. न्यूयॉर्क के मशहूर टाइम्स स्क्वायर पर एक बिलबोर्ड पर मुनीर को ट्रोल करते हुए 'लूजर फ्रॉड मार्शल' करार दिया गया है.
BIS ने ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ मुकदमा दायर करने की योजना बनाई है. BIS ने अमेजन और फ्लिपकार्ट पर घटिया गुणवत्ता का सामान बेचने का आरोप लगाया है. BIS के मुताबिक दोनों कंपनियों के स्टोरेज में नॉन-सर्टिफाइड सामान जब्त किया गया है.