भारतीय रुपया सात साल के सबसे लंबे अंडरवैल्यूएशन फेज में फंसा है, जहां अक्टूबर में REER 97.47 पर आ गया. कमजोर NEER, मजबूत डॉलर और जियोपॉलिटिकल चिंताओं ने दबाव बढ़ाया, हालांकि घरेलू इक्विटी रैली और क्रूड की गिरावट से गिरावट सीमित रही. इंट्राडे कारोबार में बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले लगभग फ्लैट 89.23 पर बंद हुआ.
दिल्ली में सोने की कीमत दो सप्ताह के शीर्ष पर पहुंच गई है. 10 ग्राम सोना अब 1.30 लाख रुपये के करीब है. दो दिनों में सोने के दाम में 4700 रुपये की तेजी आई है. सोने में यह तेजी फेडरल रिजर्व की संभावित रेट कट की उम्मीदों और कमजोर US डाटा से मिले मजबूत सपोर्ट की वजह से है.
PSU Bank Index COVID-19 के 1,078.45 लो से 8,665.05 हाई तक 703% उछला है. इंडियन बैंक, केनरा बैंक और SBI जैसे दिग्गजों की मजबूत ग्रोथ, घटते NPA, बेहतर क्रेडिट ग्रोथ और आकर्षक वैल्यूएशन ने सेक्टर को वेल्थ मल्टीप्लायर बनाया है.
अगले 3 साल में दमदार ग्रोथ की तैयारी कर रहे बैंकिंग, हाउसिंग फाइनेंस और स्टील-इंजीनियरिंग सेक्टर के कुछ मजबूत स्टॉक इस समय अपनी Book Value से नीचे ट्रेड कर रहे हैं. बेहतर एसेट क्वालिटी, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और रिकॉर्ड ऑर्डर बुक जैसे कारक इन्हें वैल्यू के साथ लंबी अवधि की ग्रोथ का आकर्षक मौका बनाते हैं.
भारतीय टेलीकॉम दिग्गज एयरटेल की प्रमोटर एंटिटी ICIL 3.43 करोड़ शेयर करीब 7,189 करोड़ रुपये में बेचने जा रही है. फ्लोर प्राइस 3% डिस्काउंट पर 2,096.70 रुपये तय हुई. डील के बाद ICIL की हिस्सेदारी 1.48% से घटकर 0.92% रह जाएगी और 90 दिन का लॉक-अप भी लागू होगा.
JP Morgan के मुताबिक FY27 के अंत तक ब्रेंड क्रूड 30 डॉलर प्रति डॉलर से नीचे फिसल सकता है. नॉन OPEC प्लस सप्लाई, ऑफशोर और शेल प्रोडक्शन, बढ़ती इन्वेंटरी और कमजोर डिमांड-सप्लाई बैलेंस कीमतों को नीचे धकेल रहे हैं. ऐसी स्थिति भारत के लिए इंपोर्ट बिल, महंगाई और फिस्कल साइड पर बड़ी राहत ला सकती है. जून में ऐसा ही दावा S&P Global ने भी किया था.
दिल्ली में शादी सीजन की मांग और ज्वैलर्स की ताजा खरीदारी से सोने की कीमत 3,500 रुपये उछलकर 1,28,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई, जबकि चांदी 5,800 रुपये बढ़कर 1,60,800 रुपये प्रति किलो हो गई. कमजोर डॉलर और फेड के डोविश कमेंट से गोल्ड को सपोर्ट मिला, जिससे घरेलू बाजार में तेजी बरकरार रही.
एक मल्टीबैगर स्मॉलकैप शेयर ने एक वर्ष में 550% से ज्यादा रिटर्न देकर बाजार को हैरान कर दिया. नए ऑर्डर अपडेट के बाद शेयर रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा और 5% अपर सर्किट में बंद हुआ. इस स्टॉक ने एक महीने में 131%, तीन महीने में 268% और पांच साल में 4000% तक का उछाल दिखाते हुए निवेशकों को आकर्षित किया है.
एक्सपायरी डे पर निफ्टी आखिरी घंटे की बिकवाली से फिसलकर 25,885 पर बंद हुआ. 26,000 के पास लगातार सेलिंग प्रेशर दिखा जबकि बैंक निफ्टी साइडवेज रहा. रियल्टी और PSU बैंक सेक्टर टॉप गेनर रहे. ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि 25,700–25,800 पर मजबूत सपोर्ट बन सकता है और बाजार अभी कंसोलिडेशन फेज में है.
भारत में पैसेंजर कार मार्केट में आज टाटा और महिंद्रा जैसी भारतीय कंपनियों से लेकर, स्कॉडा, फॉक्सवैगन, होंडा, हुंडई, निशान, रेनॉल्ट, MG और किया जैसी विदेशी कंपनियों के बीच टफ कंपटीशन चल रहा है. लेकिन, इन सभी के बीच मारुति सुजुकी की बादशाहत कायम है.