SEBI का बड़ा फैसला! T+0 सेटलमेंट साइकिल का दायरा बढ़ा, टॉप 500 कंपनियों पर लागू होगा
SEBI ने T+0 सेटलमेंट साइकिल का दायरा बढ़ाने का फैसला किया है. अब यह टॉप 500 कंपनियों पर लागू होगा, जिससे निवेशकों को ट्रेड के दिन ही शेयर और पैसे का सेटलमेंट मिल सकेगा.
भारतीय बाजार नियामक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने मंगलवार को यानी 10 दिसंबर को इक्विटी कैश मार्केट में T+0 रोलिंग सेटलमेंट साइकिल का दायरा बढ़ाने के लिए नया सर्कुलर जारी किया है. T+0 सेटलमेंट साइकिल एक ऐसा सिस्टम है जिसमें ट्रेड के दिन ही शेयर निवेशक के खाते में क्रेडिट हो जाते हैं. इसी तरह, सेल ट्रांजैक्शन में पैसे उसी दिन निवेशक के खाते में जमा हो जाते हैं.
SEBI ने कहा कि यह वैकल्पिक T+0 सेटलमेंट साइकिल 31 दिसंबर 2024 तक मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर टॉप 500 कंपनियों के लिए उपलब्ध होगा. यह कदम निवेशकों और बाजार में तेजी से ट्रांजैक्शन की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है.
सभी स्टॉक ब्रोकर्स को मिलेगी सुविधा
सभी स्टॉक ब्रोकर्स को वैकल्पिक T+0 सेटलमेंट साइकिल में भाग लेने की अनुमति दी गई है. साथ ही, ब्रोकर्स को T+0 और T+1 सेटलमेंट साइकिल के लिए अलग-अलग ब्रोकरेज चार्ज करने की अनुमति दी गई है, बशर्ते यह नियामकीय सीमा के भीतर हो.
ब्लॉक डील विंडो मैकेनिज्म
SEBI ने T+0 सेटलमेंट साइकिल के लिए ब्लॉक डील विंडो के मैकेनिज्म का भी प्रावधान किया है. वैकल्पिक T+0 सेटलमेंट साइकिल के तहत ब्लॉक डील विंडो सुबह 8:45 बजे से 9 बजे तक उपलब्ध होगी. यह मौजूदा ब्लॉक डील विंडो के साथ ही अतिरिक्त रूप से उपलब्ध होगी.
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MIIs को दिशा-निर्देश जारी करने के निर्देश
SEBI ने बाजार इन्फ्रास्ट्रक्चर संस्थानों (MIIs) को निर्देश दिया है कि वे T+0 सेटलमेंट साइकिल के लिए परिचालन दिशानिर्देश, जिसमें ट्रेडिंग, क्लीयरिंग और रिस्क मैनेजमेंट का मैकेनिज्म शामिल है, जारी करें. इसके साथ ही, योग्य स्टॉक ब्रोकर्स (QSBs) और पात्र कंपनियों की सूची भी अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करें.
SEBI के मुताबिक यह कदम न केवल बाजार में पारदर्शिता और निवेशकों की सुविधा को बढ़ाएगा बल्कि शेयर बाजार की गति और लेनदेन को भी तेज करेगा.