EXPLAINER: क्यों रॉकेट बना Swiggy का स्टॉक, मॉर्गन स्टेनली और Zepto से क्या है कनेक्शन?

क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी दिग्गज स्विगी के शेयरो में बुधवार को 8 फीसदी की रैली देखने को मिली. स्विगी के साथ ही इसकी प्रतिद्वंद्वी जोमैटो की पैरेंट कंपनी इटर्नल के शेयरों में भी तेजी का रुख रहा. वहीं, स्विगी का मॉर्गन स्टेनली ने कवरेज भी शुरू किया है और बुलिश टार्गेट दिया है.

स्विगी के शेयर में तेजी Image Credit: money9live

Swiggy के स्टॉक में बुधवार 4 जून को 8 फीसदी की जोरदार रैली देखने को मिली. पिछले पांच दिन में शेयर प्राइस में 10 फीसदी से ज्यादा उछाल आ चुका है. हालांकि, स्विगी का शेयर इसके 52 वीक हाई 617 से करीब 30 फीसदी नीचे हैं. कंपनी का घाटा पिछले तीन क्वार्टर में लगातार बढ़ा है. हालांकि, इसके बाद भी ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने इसके स्टॉक को ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी है.

मॉर्गन स्टेनली ने स्विगी को ओवरवेट रेटिंग दी है. इसका मतलब है कि कंपनी का स्टॉक अगले 12 महीने के दौरान मार्केट और खासतौर पर इंडस्ट्री के औसत से अच्छा रिटर्न देने की क्षमता रखता है. इसके साथ ही मॉगर्न स्टेनली ने अनुमान व्यक्त किया है कि आने वाले तिमाहियों में कंपनी के घाटे में कमी आ सकती है, जो इसके लिए लॉन्ग टर्म प्रॉफिटेबिलिटी के लिए जरूरी है.

कितना दिया टार्गेट?

ब्रोकरेज रिपोर्ट में मॉर्गन स्टेनली ने स्विगी को करंट मार्केट प्राइस पर खरीदने की सलाह देते हुए अगले 12 महीने में 22 फीसदी तेजी का अनुमान लगाया है. ब्रोकरेज रिपोर्ट में पॉजिटिव टार्गेट का श्रेय कंपनी की आक्रामक निवेश रणनीति और फूड डिलीवरी बिजनेस के संचालन में सुधार को दिया है. इसके साथ ही ब्रोकरेज का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 से वित्त वर्ष 2028 के बीच स्विगी का फूड डिलीवरी सेगमेंट 15.8 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ेगा, जो कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बावजूद स्थिर बाजार हिस्सेदारी के रुझान द्वारा समर्थित है। क्विक कॉमर्स में आक्रामक निवेश: स्विगी के क्विक कॉमर्स सकल ऑर्डर मूल्य में वृद्धि का अनुमान है

2030 तक कितना बड़ा होगा बाजार?

मॉर्गन स्टेनली ने स्विगी को पॉजिटिव रेटिंग देने के साथ ही उम्मीद जताई है कि भारत में क्विक कॉमर्स का बाजार भी अपेक्षाओं से ज्यादा तेज बढ़ेगा. इसके लिए एजेंसी ने अनुमान जाहिर किया है कि 2030 तक भारत में क्विक कॉमर्स मार्केट 57 अरब डॉलर का होगा. पहले इसके लिए 42 अरब डॉलर का अनुमान लगाया था.

कैसा है कंपनी का प्रदर्शन?

कंपनी फिलहाल लॉस में बनी हुई है. इसके अलावा नेगेटिव ROCE और प्रति शेयर आय के लिहाज से भी रिटर्न नेगेटिव बना हुआ है.

फंडमेंटल इंडिकेटरवैल्यू
मार्केट कैपRs 88,724 करोड़
P/B ratio8.7
EPS– Rs 781.9
Book Value– Rs 3,083.1
ROCE– 26.7 per cent

जेप्टो से क्या कनेक्शन?

क्विक कॉमर्स सेक्टर की कंपनी Zepto ने फिलहाल अपने IPO को 2026 तक के लिए टाल दिया गया है. यह आईपीओ इसी साल आना था. मुंबई में इसके धारावी स्टोर पर छापे के बाद स्टोर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. कंपनी पर फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड के उल्लंघन का आरोप है. जेप्टो का आईपीओ टलना भी स्विगी और जोमैटो के शेयरों में उछाल का एक कारण रहा है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.