रेडी-टू-ईट फूड, नमकीन स्नैक्स समेत इन चीजों के लिए क्विक कॉमर्स का हो रहा सबसे अधिक इस्तेमाल, रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
क्विक कॉमर्स की वजह से किराने की खरीदारी में बढ़ोतरी देखने को मिल रहा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि 31 प्रतिशत ऑनलाइन शॉपर्स अब तत्काल डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर भरोसा करते है. 42 प्रतिशत शॉपर्स रेडी-टू-ईट फूड के लिए और 45 प्रतिशत नमकीन स्नैक्स के लिए क्विक कॉमर्स का उपयोग करते हैं.

क्विक कॉमर्स के इस्तेमाल में बढ़ोतरी देखने के मिल रहा है. नीलसनआईक्यू एक डेटा एनालिटिक्स फर्म है. उसके एक रिपोर्ट के अनुसार, क्विक कॉमर्स की वजह से किराने की खरीदारी में बढ़ोतरी देखने को मिल रहा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि 31 प्रतिशत ऑनलाइन शॉपर्स अब तत्काल डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर भरोसा करते है और 39 प्रतिशत अपनी टॉप-अप खरीदारी पर निर्भर रहते है. यह रिपोर्ट दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, लुधियाना, जयपुर, अहमदाबाद, इंदौर, कोयंबटूर, पटना और भुवनेश्वर जैसे शहरों में 4,500 उपभोक्ताओं के सर्वे पर आधारित है.
नीलसनआईक्यू ने 18-65 वर्ष की आयु के लोगों की खरीदारी की आदतों की जांच की. जिसमें पता चला की ये लोग हाइपरमार्केट, सुपरमार्केट, टीटी स्टोर और ऑनलाइन स्टोर से किराने का सामान खरीदते हैं. इस डेटा एनालिटिक्स फर्म की शॉपर ट्रेंड्स रिपोर्ट के अनुसार, 42 प्रतिशत शॉपर्स रेडी-टू-ईट फूड के लिए और 45 प्रतिशत नमकीन स्नैक्स के लिए क्विक कॉमर्स का उपयोग करते हैं. खरीदार आधुनिक व्यापार और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म दोनों में शामिल हो रहे हैं.
जैसे-जैसे खरीदार मल्टीचैनल शॉपिंग को अपना रहे हैं. वैसे ही 20 प्रतिशत ऑफ़लाइन खरीदार भी अपनी किराने की जरूरतों के लिए ऑनलाइन स्टोर की ओर रुख कर रहे हैं. यह बड़े शहरों में ज्यादा देखने को मिल रहा है. FMCG क्षेत्र में खुदरा बिक्री का माहौल फिर से आकार ले रहा है. क्योंकि खरीदार मल्टीचैनल शॉपिंग को तेजी से अपना रहे हैं.
अब, 20 प्रतिशत ऑफ़लाइन खरीदार भी अपनी किराने की जरूरतों के लिए ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर की ओर रुख कर रहे हैं. यह विशेष रूप से महानगरीय क्षेत्रों में है, जहां ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग मुख्य खरीदारी के लिए अधिक किया जाता है. वहीं गैर-मेट्रो खरीदार टॉप-अप के लिए ऑनलाइन स्टोर का उपयोग करने की ओर झुकाव रखते हैं.
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