स्विगी का घाटा 96 फीसदी बढ़कर 1197 करोड़ हुआ, रेवेन्यू में 54 फीसदी का इजाफा, जानें- क्यों बढ़ा लॉस
Swiggy Q1 Results: बेंगलुरु बेस्ड इस कंपनी ने पिछली तिमाही में 1,081 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था. स्विगी का ऑपरेशनल रेवेन्यू पहली तिमाही में सालाना आधार पर 54 फीसदी बढ़कर 4,971 करोड़ रुपये हो गया. बीएसई पर स्विगी के शेयर 0.7 फीसदी बढ़कर 404 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए.
Swiggy Q1 Results: फूड एंड ग्रोसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने गुरुवार 31 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए. जून तिमाही में कंपनी का नेट लॉस साल-दर-साल लगभग 96 फीसदी बढ़कर 1,197 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 611 करोड़ रुपये था. बेंगलुरु बेस्ड इस कंपनी ने पिछली तिमाही में 1,081 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था, क्योंकि इसके क्विक कॉमर्स वर्टिकल इंस्टामार्ट के तेजी से विस्तार ने कंपनी के मुनाफे को प्रभावित किया था.
ऑपरेशनल रेवेन्यू में उछाल
स्विगी का ऑपरेशनल रेवेन्यू पहली तिमाही में सालाना आधार पर 54 फीसदी बढ़कर 4,971 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 3,222 करोड़ रुपये था. पिछली तिमाही में इसने 4,410 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया था.
खर्च में बढ़ोतरी
जून में समाप्त तिमाही में स्विगी का कुल खर्च लगभग 60 फीसदी बढ़कर 6,244 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 3,908 करोड़ रुपये और एक तिमाही पहले 5,609.6 करोड़ रुपये था.
कंपनी का फूड डिलीवरी रेवेन्यू वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर लगभग 20 फीसदी बढ़कर 1,800 करोड़ रुपये हो गया. स्विगी का क्विक कॉमर्स रेवेन्यू सालाना आधार पर दोगुना से भी अधिक बढ़कर 806 करोड़ रुपये हो गया. 31 जुलाई को बीएसई पर स्विगी के शेयर 0.7 फीसदी बढ़कर 404 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए.
क्यों बढ़ा घाटा?
कंपनी के मैनेजमेंट ने बढ़े हुए घाटे का कारण अलग-अलग वर्टिकल में बड़े पैमाने पर स्केल ड्रिवेन ग्रोथ को बताया. साथ ही लॉन्ग टर्म मजबूत प्रॉफिटेबिलिटी की बात दोहराई. सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा कि निरंतर निवेश बड़े पैमाने पर सुविधा प्रदान करने के उनके दृष्टिकोण के अनुरूप है.
स्विगी की तुलना में इसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी कंपनी जोमैटो ने वित्तीय वर्ष 2025-26 (FY26) की पहली तिमाही (Q1) में टैक्स के बाद तिमाही लाभ (PAT) में 90 फीसदी की साल-दर-साल (YoY) भारी गिरावट दर्ज की, जो 25 करोड़ रुपये रही.