केनरा बैंक ने किया बड़ा ऐलान, ब्याज दर में कटौती; नए और पुराने दोनों लोन लेने वालों को होगा फायदा

केनरा बैंक ने ग्राहकों को राहत देते हुए RLLR को 8.75 फीसदी से घटाकर 8.25 फीसदी और होम व ऑटो लोन की ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की कटौती की है. यह बदलाव 12 जून से प्रभावी हो गया है. साथ ही MCLR में भी 20 बेसिस पॉइंट की कमी की गई है, जिससे पुराने लोन धारकों को भी फायदा मिलेगा. RBI की रेपो रेट कटौती के बाद यह कदम उठाया गया है ताकि EMI बोझ कम हो.

केनरा बैंक Image Credit: Tv9 Bharatvarsh

Canara bank ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है. बैंक ने लोन को सस्ता बनाते हुए अपनी Repo Linked Lending Rate (RLLR) को 8.75 फीसदी से घटाकर 8.25 फीसदी कर दिया है. यह नई दर 12 जून से लागू हो चुकी है. यह निर्णय बैंक ने RBI द्वारा हाल ही में रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट (5.5 फीसदी) की कटौती के बाद लिया है. बैंक ने इस बदलाव का सीधा लाभ ग्राहकों को देते हुए होम लोन की दर 7.90 फीसदी से घटाकर 7.40 फीसदी और वाहन लोन की दर 8.20 फीसदी से घटाकर 7.70 फीसदी कर दी है. इससे नए और पुराने दोनों लोन लेने वालों की EMI में कमी आएगी, जिससे घर और कार खरीदना पहले की तुलना में अधिक आसान हो जाएगा.

MCLR रेट में भी कटौती

इसके साथ ही बैंक ने MCLR (Marginal Cost of Funds Based Lending Rate) में भी 20 बेसिस पॉइंट की कटौती की है, जिससे MCLR से जुड़े पुराने लोन लेने वालों को भी लाभ मिलेगा. चूंकि RLLR, RBI के रेपो रेट से सीधा जुड़ा होता है, इसलिए भविष्य में RBI द्वारा दरों में किसी भी प्रकार का बदलाव होने पर ग्राहकों को तत्काल राहत मिलती रहेगी.

इससे लोन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी और लोन धारकों को ब्याज दरों में होने वाले हर बदलाव का सीधा लाभ मिलता रहेगा. इसके अलावा, कई अन्य बैंकों ने भी रेपो रेट में कटौती के बाद ब्याज दरों में कमी की है.

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क्या होगा असर

केनरा बैंक का यह कदम RBI की हालिया रेपो रेट कटौती और बाजार में लोन की मांग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उठाया गया है. यह रणनीति लोन को सस्ता बनाकर आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने, निवेश को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक लोगों तक वित्तीय सेवाएं पहुंचाने के इरादे से अपनाई गई है.

अब ब्याज दरें कम होने से व्यक्ति और व्यवसाय दोनों नए लोन लेने या पुराने लोन को रिफाइनेंस करने पर विचार कर सकते हैं, जिससे हाउसिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर को विशेष लाभ मिलने की उम्मीद है.