FASTag में बड़े बदलाव की तैयारी! टोल के साथ पार्किंग, EV चार्जिंग, इंश्योरेंस का होगा पेमेंट, जानें कब से मिलेगा फायदा
फास्टैग में सरकार लगातार सुधार कर रही है, बिना रुके टोल भुगतान की सुविधा से लेकर अब इसका दायरा बढ़ाए जाने पर विचार किया जा रहा है. इसके तहत फास्टैग से महज टोल भुगतान ही नहीं बल्कि ईवी चार्जिंग, पार्किं और इंश्योरेंस का भी भुगतान किया जा सकेगा.
FASTag rule changes: हाईवे पर चलने के लिए गाडि़यों में यूज होने वाले FASTag में अब जल्द ही बड़ा बदलाव होने वाला है. जिससे ये महज टोल टैक्स भरने का जरिया नहीं रहेगा, बल्कि इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग, पार्किंग और इंश्योरेंस जैसे कामों में भी आपका साथी बनेगा. यानी आप इन चीजों का भी पेमेंट फास्टैग से कर सकेंगे. इससे आपकी यात्रा और भी आसान हो जाएगी. फास्टैग का दायारा बढ़ाने और इसे दूसरी सुविधाओं से जोड़ने के लिए सरकार सॉलिड प्लान बना रही है. इसके लिए बुधवार को भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी (IHMCL) ने फिनटेक कंपनियों के साथ एक वर्कशॉप आयोजित की गई, जिसमें FASTag के नए भविष्य पर मंथन किया गया.
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय का कहना है कि इस वर्कशॉप का मकसद फिनटेक दिग्गजों से राय लेना था कि किस तरह से FASTag को टोल के अलावा दूसरे क्षेत्रों में कैसे इस्तेमाल किया जाए. साथ ही नियमों का पालन, शिकायतों का समाधान और सुरक्षा जैसे पहलुओं पर भी ध्यान दिया गया. सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार FASTag सिर्फ टोलिंग के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश में डिजिटल यात्रा को आसान बनाने का एक मजबूत मंच बनेगा.
बिना रुके टोल भुगतान पर जोर
मंत्रालय मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) टोलिंग को बढ़ावा देना चाहता है, जिसमें बिना रुके टोल का भुगतान हो सकेगा. ये तकनीक हाई-परफॉर्मेंस RFID रीडर और ऑटोमैटिक नंबर-प्लेट रिकग्निशन (ANPR) कैमरों के जरिए FASTag और वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर को पढ़कर काम करेगी. रोड सचिव वी. उमाशंकर का कहना है कि सरकार का लक्ष्य टोल कलेक्शन को पूरी तरह कैशलेस करना है. ये न सिर्फ सुविधाजनक होगा, बल्कि लोगों का समय बचाएगा और धोखाधड़ी-मुक्त एवं त्रुटि-रहित होगा. फिनटेक कंपनियां इसमें नई तकनीक लाएंगी और सरकार इसे लागू करने में मदद करेगी.
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देश में कितने हैं टोल प्लाजा?
देश में FASTag का जाल पहले ही काफी मजबूत है. भारत में मौजूद 1,728 टोल प्लाजा (1,113 राष्ट्रीय राजमार्ग और 615 राज्य राजमार्ग) पर ये सिस्टम काम कर रहा है और 98.5% टोल भुगतान इसी के जरिए हो रहे हैं. 38 से ज्यादा बैंकों ने अब तक 11.04 करोड़ FASTag जारी किए हैं.