महाराष्ट्र ने बिजली दरों में कटौती की, 9 करोड़ लोगों को मिलेगा लाभ, 5 वर्षों में दरों में होगी 26 फीसदी की कमी!

महाराष्ट्र में बिजली के दामों में अगले एक साल में 10 फीसदी की कटौती होगी. सरकार का लक्ष्य है कि 5 साल में यह कटौती बढ़कर 26 फीसदी तक हो. इस कटौती का लाभ राज्य के 8 करोड़ 75 लाख लोगों को मिल सकता है. राज्य में 70 फीसदी आबादी ऐसी है जिसकी बिजली की जरूरत 100 यूनिट से भी कम है. जानें पूरी खबर...

Electricity tariffs cuts in Maharashtra Image Credit: Grok, Instagram, Canva

महाराष्ट्र सरकार ने बिजली की कीमतों में कटौती करने का ऐलान किया है. पहले साल में बिजली के दामों में 10 फीसदी की कटौती होगी. साथ ही अगले 5 साल में 26 फीसदी तक कटौती करने का लक्ष्य रखा गया है. राज्य में 70 फीसदी आबादी ऐसी है जिसकी बिजली की जरूरत 100 यूनिट से भी कम है. राज्य में ऐसे लोगों की आबादी 8 करोड़ 75 लाख है. आइए समझते हैं कि सरकार के इस फैसले का जनता पर क्या असर पड़ने वाला है.

70 फीसदी आबादी की जरूरत 100 यूनिट से भी कम

मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि राज्य में 70 फीसदी आबादी ऐसी है जिसकी बिजली की जरूरत 100 यूनिट से भी कम है. साथ ही राज्य सरकार सौर कृषि वाहिनी योजना 2.0 पर भी काम कर रही है.

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि, “राज्य के इतिहास में पहली बार बिजली दरों में कमी की जाएगी, जिसकी शुरुआत पहले साल में 10 फीसदी की कटौती से होगी और अगले 5 वर्षों में कुल 26 फीसदी की कटौती की जाएगी. MSEDCL (Maharashtra State Electricity Distribution Co Ltd.) के टैरिफ कम करने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए महाराष्ट्र विद्युत विनियामक आयोग (MIRC) का धन्यवाद, ऐसा कदम पहले कभी नहीं उठाया गया.”

किसे मिलेगा लाभ?

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस 10 फीसदी की कटौती का फायदा उन लोगों को मिलेगा जो 100 यूनिट से भी कम बिजली की खपत करते हैं. राज्य में ऐसे लोगों की आबादी 8 करोड़ 75 लाख है.

66,000 हजार करोड़ रुपये की होगी बचत

MSEDCL के प्रबंध निदेशक लोकेश चंद्रा ने टाइंम्स ऑफ इंडिया को बताया कि अगले पांच वर्षों में, टैरिफ में और भी गिरावट आने वाली है क्योंकि हम सौर, हाइड्रो के माध्यम से अधिक ग्रीन इलेक्ट्रिसिटी खरीद रहे हैं. इससे बिजली खरीद में 66,000 करोड़ रुपये की बचत होगी. अगले पांच वर्षों में उद्योग सहित सभी के लिए टैरिफ में बढ़ोतरी नहीं होगी, ताकि महाराष्ट्र में अधिक उद्योग आ सके.

2029-30 तक सभी रेजिडेंशियल यूजर के लिए टैरिफ में कमी आएगी. उदाहरण के लिए, 301 से 500 यूनिट खपत कैटेगरी में, 13 फीसदी और 0-100 यूनिट के लिए 26 फीसदी की गिरावट आ सकती है. चंद्रा ने कहा, “स्मार्ट मीटर के लिए रेजिडेंशियल कैटेगरी में सोलर आवर के वक्त में 80 फीसदी की छूट मिलेगी.