EMI में राहत! HDFC Bank ने घटाई ब्याज दरें, होम लोन और ऑटो लोन सस्ते होने के आसार
बैंक से लोन लेने वालों के लिए आने वाला समय कुछ बेहतर हो सकता है. HDFC Bank बैंक अब ऐसे बदलाव के साथ सामने आया है जिससे आपकी जेब पर सीधा असर पड़ेगा. ब्याज दरों की इस चाल का मतलब समझना जरूरी है, खासकर अगर EMI आपकी चिंता है.
अगर आप HDFC Bank से होम लोन, ऑटो लोन या पर्सनल लोन ले चुके हैं और आपकी लोन दर MCLR से जुड़ी है, तो ये खबर आपके लिए राहत भरी है. HDFC Bank ने 7 जून 2025 से अपने Marginal Cost of Funds-based Lending Rates (MCLR) को 10 बेसिस पॉइंट तक घटा दिया है, जिससे लोन की ब्याज दरें कम होंगी और EMI या लोन की अवधि में राहत मिलेगी.
कौन-कौन से लोन होंगे सस्ते?
MCLR-linked लोन जैसे होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन इससे प्रभावित होंगे. बैंक ने ओवरनाइट और एक महीने के MCLR को 9 फीसदी से घटाकर 8.90 फीसदी कर दिया है.
- तीन महीने का MCLR अब 8.95% हो गया है (पहले 9.05%)
- छह महीने और एक साल का MCLR 9.15% से घटकर 9.05% हो गया है
- दो और तीन साल के MCLR अब 9.10% हैं (पहले 9.20%)
- इस बदलाव के बाद HDFC Bank की MCLR रेंज अब 8.90% से 9.10% के बीच हैय
RBI की नीतियों का असर
HDFC Bank का यह कदम ऐसे वक्त में आया है जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जून में रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की है. फरवरी 2025 से अब तक कुल 1 फीसदी की दर में कटौती हो चुकी है, जिसका असर अब धीरे-धीरे बैंकों की लोन दरों पर दिखने लगा है.
क्या है MCLR और ये कैसे असर डालता है?
MCLR (Marginal Cost of Fund-Based Lending Rate) वह न्यूनतम ब्याज दर होती है, जिससे कम पर बैंक लोन नहीं दे सकते। इसे 2016 में RBI ने लागू किया था. अगर आपने फ्लोटिंग रेट वाला लोन लिया है, तो MCLR में कमी से आपकी EMI घट सकती है या लोन जल्दी खत्म हो सकता है, ये इस पर निर्भर करता है कि आपने कौन सा रिसेट पीरियड चुना है.
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अगर आपकी लोन EMI MCLR से जुड़ी है, तो बैंक की अगली रिसेट डेट पर आपकी दरों में बदलाव होगा. यह आपके लोन की शर्तों पर निर्भर करेगा. नई लोन लेने वालों के लिए ये समय सस्ते फाइनेंस का अच्छा मौका हो सकता है.