टॉप-अप होम लोन या गोल्ड या पर्सनल लोन- इनमें से कौन सा है बेहतर?

आजकल के दौर में जब अचानक पैसों की ज़रूरत पड़ती है, तो कई लोग टॉप-अप होम लोन, गोल्ड लोन या पर्सनल लोन में उलझ जाते हैं. तीनों के अपने फायदे और जोखिम हैं. लेकिन कौन-सा लोन आपकी जरूरत के हिसाब से सबसे बेहतर है? जानिए कुछ जरूरी बातें इस रिपोर्ट में.

कौनसा लोन बेहतर? Image Credit: Money9 Live

Top-Up Loan vs Gold Loan vs Personal Loan: आज के दौर में लोन लेना आम बात हो चुका है. अपने जीवन के लक्ष्यों को पूरा करने, सपनों को साकार करने, अचानक आने वाले खर्चों, बढ़ते इन्फ्लेशन या अचानक कोई मुश्किल आ जाने पर कई बार हमें अचानक पैसे की जरूरत पड़ जाती है. ऐसे में अक्सर ज्यादातर लोग गोल्ड लोन, टॉप-अप होम लोन या पर्सनल लोन जैसे विकल्पों के बारे में सोचते हैं. हालांकि ये सभी विकल्प आपकी आर्थिक जरूरत को पूरा कर सकते हैं, लेकिन इनमें कॉस्ट, फ्लेक्सिबिलिटी को लेकर कई अंतर होते हैं. और इसी अंतर को हम आज इस रिपोर्ट में समझेंगे.

ब्याज दर और लोन की अवधि

ब्याज दर और लोन की अवधि पर ध्यान दें तो लोन के कई विकल्पों के बीच टॉप-अप होम लोन ज्यादा किफायती होता है. टॉप-अप होम लोन में ब्याज की दर 8.5 से 10 फीसदी के बीच होती है. यह रेट गोल्ड लोन में 13 फीसदी तक और पर्सनल लोन में 11 से 24 फीसदी के बीच हो सकती है. ऐसे में टॉप-अप लोन सस्ता पड़ता है.

इसके अलावा टॉप-अप होम लोन लम्बी अवधि के लिए मिल जाता है, इससे हर महीने ईएमआई का बोझ कम रहता है. वहीं दूसरी ओर गोल्ड लोन कुछ महीनों से 3 साल तक के लिए मिलता है. जबकि पर्सनल लोन 1 से 5 साल तक के लिए मिलता है.

एक्सेसिबिलिटी और प्रोसेसिंग में लगने वाला समय

अगर होम लोन लेने वाले व्यक्ति की रीपेमेंट हिस्ट्री अच्छी है तो उसे टॉप-अप होम लोन आसानी से मिल जाता है. इसकी प्रोसेसिंग में कुछ दिन से लेकर कुछ सप्ताह तक का समय लगता है. क्योंकि इसमें डॉक्यूमेंट्स और प्रॉपर्टी वैल्यूएशन की जरूरत होती है.

वहीं गोल्ड लोन की बात करें तो इसका एक्सेस आसान है, बहुत कम पेपरवर्क के साथ यह लोन एक ही दिन में भी मिल जाता है. अब पर्सनल लोन पर आते हैं. अगर आप वेतन पर काम करते हैं या सेल्फ-एम्प्लॉयड हैं और आपका क्रेडिट प्रोफाइल अच्छा है तो आमतौर पर 1-2 दिन में आपको पर्सनल लोन मिल जाता है. यह क्विक, अनसिक्योर्ड लोन का अच्छा विकल्प है.

लोन की राशि

टॉप-अप लोन की राशि प्रॉपर्टी की मौजूदा कीमत और आपके लोन के बचे हुए बैलेंस पर निर्भर करती है. वहीं गोल्ड लोन सिक्योर्ड होते हैं और इसकी कीमत का 75-90 फीसदी तक लोन मिल जाता है. जबकि पर्सनल लोन आपकी इंकम, क्रेडिट प्रोफाइल पर निर्भर करता है तथा 25-30 लाख तक हो सकता है.

कोलेटरल की जरूरत

सिक्योर्ड लोन जैसे टॉप-अप होम लोन और गोल्ड लोन में आपको कोलेटरल की जरूरत होती है. टॉप-अप होम लोन में आपकी प्रॉपर्टी ही कॉलेटरल होती है. गोल्ड लोन में आप गोल्ड को कोलेटरल के रूप में देते हैं. वहीं पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड होता है, इसमें कोलेटरल की जरूरत नहीं होती.

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कौनसा लोन आपके लिए सही होगा

अपने लिए सही लोन चुनना आपकी जरूरत और परिस्थितियों पर निर्भर करता है. अगर आपने पहले से होम लोन ले रखा है और आप कम ब्याज दर पर लम्बी अवधि का लोन लेना चाहते हैं तो टॉप-अप होम लोन ठीक रहेगा. अगर आपको तुरंत पैसा चाहिए और आपके पास गोल्ड है, तो गोल्ड लोन आपके बहुत जल्दी मिल जाएगा. लेकिन याद रखें कि ऐसे मामले में लोन का भुगतान समय पर न करने से आप अपने गोल्ड को खो सकते हैं, या आपको मार्केट से कम कीमत पर इसे बेचना पड़ सकता है. साथ ही गोल्ड लोन आपके कम अवधि के लिए ज्यादा ब्याज दर पर मिलता है.

अब अगर आप कोलेटरल दिए बिना ही लोन लेना चाहते हैं, आप इसके लिए ज्यादा ब्याज दर चुकाने के लिए भी तैयार हैं तो पर्सनल लोन आपके लिए सही विकल्प है.

नोट: इस लेख के लेखक ‘बेसिक होम लोन’ के सीईओ एवं सह-संस्थापक अतुल मोंगा हैं, और इसमें व्यक्त किए गए विचार उनके निजी हैं; Money9Live किसी भी रूप में इस विचार या सलाह के लिए जिम्मेदार नहीं है. पाठकों से अनुरोध है कि वे अपने विवेक का प्रयोग करें.