Pro Stock Trader बनना चाहते हैं? जान लें पांच सबसे बड़ी गलतियां, जिनसे अक्सर फेल होते हैं नए खिलाड़ी

Share Market Trading में उतरने वाले ज्यादातर नए खिलाड़ी कुछ ऐसी गलतियां करते हैं, जिनसे वे नाकाम होते हैं. अगर आप भी ट्रेडिंग में उतर रहे हैं, तो यहां पांच उन गलतियों के बारे में बताया गया है, जिनसे बचकर सफल ट्रेडर बन सकते हैं.

किसी भी स्टॉक में निवेश से पहले रिसर्च करना चाहिए Image Credit: Money9live/Canva

Stock Trading जोश-जुनून से ज्यादा होश और रणनीति का खेल है. शेयर बाजार के दिग्गज खिलाड़ी अक्सर कहते हैं कि स्टॉक मार्केट में घुसने वाले लोग सबसे बड़ी ट्यूशन फीस अपने घाटे के तौर पर चुकाते हैं. मार्च 2020 में भारत में महज 3.6 करोड़ डीमैट खाते थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 12 करोड़ के करीब पहुंच गई है. रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और निवेश करना अब पहले की तुलना में बहुत आसान हो गया है.

टिप्स के शॉर्टकट से रहें दूर

शेयर बाजार में शामिल होने वाले लोगों की संख्या के साथ ही टिप्स के नाम पर गुमराह और अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने वालों की तादाद भी बढ़ी है. ऐसे में अगर आप एक सफल ट्रेडर बनना चाहते हैं, तो टिप्स के शॉटकट से दूर रहें. इसके बजाय खुद भरोमंद स्रोतों से पढ़ें और सीखें. अब उन पांच बड़ी गलतियों के बारे में जानते हैं, जिनकी वजह से नए ट्रेडर अक्सर फेल होते हैं.

स्पष्ट रणनीति के बिना न करें ट्रेडिंग

ज्यादातर नए ट्रेडर स्पष्ट रणनीति के बिना ही बाजार में उतर जाते हैं. वे टिप्स के भरोसे रहते हैं और फिनफ्लुएंसर के प्रभाव में आकर अपुष्ट ट्रेड आइडियाज पर काम करते हैं. 2023 के सेबी के एक सर्वेक्षण के मुताबिक 30 वर्ष से कम आयु के 60% से ज्यादा नए ट्रेडर और इन्वेस्टर निवेश सलाह लेने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं. यह गलती नहीं हो, इसके लिए
जरूरी है कि किसी सेबी रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लेकर अपनी रणनीति बनाएं. मशहूर निवेशक रामदेव अग्रवाल कहते हैं कि सबसे बड़ा रिस्क इस बात का ज्ञान नहीं होना है कि आप क्या कर रहे हैं.

रिस्क मैनेजमेंट का करें सम्मान

नए ट्रेडर जोखिम भरे ट्रेड या स्टॉक में बहुत अधिक पैसा लगा देते हैं. इसके अलावा वे स्टॉप-लॉस का उपयोग नहीं करते हैं. भारतीय बाजार में खासतौर पर स्मॉल और मिड कैप शेयरों में बहुत ज्यादा वोलैटिलिटी रहती है. जब कभी ऐसे हाई रिस्क ट्रेड करें, तो ध्यान रखें कि किसी भी सूरत में अपने ट्रेडिंग कैपिटल के 2 फीसदी से ज्यादा का रिस्क नहीं लें. इसके अलावा हमेशा स्टॉप लाॅस लगाकर ही ट्रेड करें. स्टॉप लॉस सिर्फ आपके दिमाग में ही नहीं, बल्कि ट्रेड पोजिशन में भी लगा हुआ होना चाहिए. इसे लेकर जेरोधा के नितित कामत कहते हैं, “यह अहम नहीं है कि आप कितना कमाते हैं, बल्कि यह अहम है कि आप कितना गंवाने से बचा लेते हैं. यही आपको ट्रेडिंग में सफल बनाता है.”

दिल से नहीं दिमाग से करें फैसला

डर और लालच ऐसी प्रबल भावनाएं हैं, जो अक्सर इंसान को तर्कसंगत विकल्पों को नकारने के लिए मजबूर कर देती हैं. अक्सर रिटेल इन्वेस्टर भावनाओं में आकर कई ट्रेड करते हैं. कई बार यह रिवेंज ट्रेड होता है, तो कई बार किसी स्टॉक से भावनात्मक लगाव होता है. लेकिन, कोई भी निवेश या ट्रेड किसी भावना से प्रभावित नहीं होना चाहिए. जब भी ट्रेड करें, बाजार के नियमों के हिसाब से ट्रेड करें. इसे लेकर मशहूर निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने कहा है कि बाजार कभी गलत नहीं होता, पर अक्सर हमारी धारणाएं गलत होती हैं.

बेलगाम ट्रेडिंग से बचना जरूरी

अक्सर शेयर बाजार में नए खिलाड़ी यह गलती करते हैं कि वे बेलगाम ट्रेडिंग करते हैं. एक दिन में उन्हें कितने ट्रेड लेने हैं, इसका पहले से कोई हिसाब नहीं होता है और न कोई रणनीति होती है. नए ट्रेडर्स का मानना होता है कि जितना ज्याद ट्रेड करेंगे, उतना ज्यादा मुनाफा होगा. इसके अलावा कई बार किसी ट्रेड में हुए लॉस की भरपाई के लिए बार-बार ट्रेड करते हैं. ट्रेडर्स की इस फितरत को लेकर सेबी का शोध कहता है कि लगभग 90% सक्रिय F&O ट्रेडर बाजार में पैसा गंवाते हैं. हमेशा ट्रेड करने से पहले प्लानिंग करें और किसी ट्रेड में हुए घाटे को पूरा करने के लिए बेलगाम ट्रेड न करें, इससे आपका नुकसान और बढ़ सकता है.

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