केवल सुनी सुनाई बातों पर न करें क्रिप्टो में निवेश, जान लें ये 5 फंडे, नहीं तो होगा नुकसान

आजकल क्रिप्टोकरेंसी में लोग तेजी से निवेश कर रहे हैं. यह एक उभरता हुआ निवेश माध्यम है, जिसमें लोग अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाइ करने के लिए निवेश कर रहे हैं. हालांकि इसमें तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है, इसलिए एक्सपर्ट्स बेहद सावधानी से निवेश करने की सलाह देते हैं. ऐसे में अगर आप इसमें निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आपको भी पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के टिप्स Image Credit: money9live.com

Cryptocurrency investment: क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता पिछले कुछ समय में तेजी से बढ़ी है और इसने निवेशकों के पोर्टफोलियो में तेजी से जगह बनाई है. लेकिन इसमें उतार-चढ़ाव भी उतना ही तेज होता है. इसकी अस्थिरता के कारण विशेषज्ञ निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह देते हैं. ऐसे में यदि आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ अहम बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

खुद से पूछें सही सवाल

सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश क्यों करना चाहते हैं. क्या यह केवल ट्रेंड के कारण है या आपको इसकी तकनीक और भविष्य की संभावनाओं पर भरोसा है? निवेश से पहले अपने जोखिम उठाने की क्षमता, निवेश लक्ष्य और पोर्टफोलियो में विविधता की आवश्यकता का आकलन जरूर करें.

प्राइवेट Keys को सुरक्षित रखें

क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में सुरक्षा सबसे अहम है. प्राइवेट की एक अल्फान्यूमेरिक कोड होती है, जो आपके डिजिटल एसेट्स तक पहुंच प्रदान करती है. यदि यह किसी और के हाथ लग जाए, तो आपके फंड पूरी तरह से खो सकते हैं. इसे सुरक्षित रखने के लिए ऑफलाइन स्टोरेज (कोल्ड वॉलेट) का उपयोग कर सकते हैं.

क्रिप्टो इंडस्ट्री को समझें

बिटकॉइन और एथेरियम जैसी लोकप्रिय करेंसीज़ के अलावा बाज़ार में हजारों अन्य कॉइन्स और टोकन्स हैं.
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, कंसेंसस मैकेनिज्म (जैसे Proof-of-Work और Proof-of-Stake), और स्टेकिंग की समझ आपको सही निवेश निर्णय लेने में मदद करेगी.

हॉट और कोल्ड वॉलेट का समझदारी से चयन करें

  • हॉट वॉलेट: इंटरनेट से जुड़ा होता है. ट्रांजैक्शन आसान बनाता है लेकिन हैकिंग का खतरा अधिक रहता है.
  • कोल्ड वॉलेट: इंटरनेट से कटा हुआ ऑफलाइन स्टोरेज होता है (जैसे हार्डवेयर या पेपर वॉलेट). यह ज्यादा सुरक्षित होता है, लेकिन इससे ट्रांजैक्शन करना थोड़ा कठिन हो सकता है.

अधिकांश निवेशक दोनों का इस्तेमाल करते हैं. बड़ी राशि कोल्ड वॉलेट में और दैनिक इस्तेमाल के लिए कम राशि हॉट वॉलेट में रखते हैं.

व्हाइट पेपर जरूर पढ़ें

हर क्रिप्टो प्रोजेक्ट का एक व्हाइट पेपर होता है, जिसमें उसका उद्देश्य, तकनीकी ढांचा और विकास की योजना स्पष्ट की जाती है. यदि व्हाइट पेपर अधूरा, अस्पष्ट या बार-बार बदली जाने वाली टाइमलाइन से भरा हो, तो यह उस प्रोजेक्ट की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है.

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पहले करें टेस्ट ट्रांजैक्शन

क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांजैक्शन में यदि पता गलत डाल दिया गया, तो फंड वापिस पाना लगभग असंभव हो जाता है. इसलिए हमेशा पहले एक छोटी राशि (जैसे 1 डॉलर) भेजकर टेस्ट करें. ट्रांजैक्शन सफल होने के बाद ही बड़ी राशि ट्रांसफर करें.