Jane street के बाद SEBI ने की एक और कार्रवाई! इस कंपनी पर ठोका 55 लाख रुपये का जुर्माना, ऐसे कर रहे थे धोखाधड़ी
जेन स्ट्रीट पर कार्रवाई के बाद SEBI ने एक और कंपनी पर शिकंजा कसा है. इसका नाम Adhunik Dealcom है. दरअसल, SEBI ने Adhunik Dealcom और दो अन्य लोगों पर कुल 55 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. सेबी ने अपने 38 पेज के आदेश में पाया कि अधुनिक डीलकॉम ने नौ बार सन्तोष इंडस्ट्रीज लिमिटेड (SIL) के डील से पहले ऑर्डर दिए. इसके बाद, कंपनी ने अपने डील को पूरा करके 24.39 लाख रुपये का मुनाफा कमाया.
Adhunik Dealcom vs SEBI: मार्केट रेगुलेटर SEBI एक्शन मोड में है. जेन स्ट्रीट पर कार्रवाई के बाद SEBI ने एक और कंपनी पर शिकंजा कसा है. इसका नाम Adhunik Dealcom है. दरअसल, SEBI ने Adhunik Dealcom और दो अन्य लोगों पर कुल 55 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. यह कार्रवाई फ्रंट-रनिंग ट्रेड्स में उनकी संलिप्तता के कारण की गई है. ऐसे में आइए विस्तार से जानते है क्या है पूरा मामला? आखिर ये फ्रंट-रनिंग क्या है?
फ्रंट-रनिंग क्या है?
फ्रंट-रनिंग एक गैरकानूनी तरीका है. इसमें कोई व्यक्ति ऐसी गोपनीय जानकारी का इस्तेमाल करता है, जो अभी सार्वजनिक नहीं हुई है. यह जानकारी किसी बड़े निवेशक के बड़े डील के बारे में होती है, जो शेयरों की कीमतों को प्रभावित कर सकता है. बड़े निवेशक के सौदे से पहले, इस जानकारी का फायदा उठाकर कोई व्यक्ति पहले से शेयर खरीद लेता है. ताकि जब बड़ा डील हो और कीमतें बढ़ें तो उसे मुनाफा हो.
क्या है पूरा मामला?
सेबी ने अपने 38 पेज के आदेश में पाया कि अधुनिक डीलकॉम ने नौ बार सन्तोष इंडस्ट्रीज लिमिटेड (SIL) के डील से पहले ऑर्डर दिए. इसके बाद, कंपनी ने अपने डील को पूरा करके 24.39 लाख रुपये का मुनाफा कमाया. सेबी ने जांच में पाया कि आधुनिक डीलकॉम के निदेशक प्रदीप कुमार पोद्दार और कमल कुमार दुगार ने सेबी के PFUTP (Prohibition of Fraudulent and Unfair Trade Practices) नियमों का उल्लंघन किया. इन नियमों का मतलब है कि कोई भी धोखाधड़ी या अनुचित व्यापारिक गतिविधि नहीं कर सकता.
35 लाख रुपये का लगाया जुर्माना
इसके लिए सेबी ने आधुनिक डीलकॉम पर 35 लाख रुपये और प्रदीप कुमार पोद्दार व कमल कुमार दुगार पर 10-10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया. सेबी का यह कदम बाजार में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सख्ती से काम कर रहा है. फ्रंट-रनिंग जैसे गैरकानूनी कामों से निवेशकों का भरोसा टूटता है.
सेबी के चेयरमैन तुहिन कांता पांडे ने क्या कहा?
सेबी के चेयरमैन तुहिन कांता पांडे ने शनिवार को साफ कहा कि बाजार में हेरफेर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. न्यूयॉर्क के हेज फंड मैनेजर जेन स्ट्रीट के खिलाफ शुक्रवार को एक आदेश जारी होने के बाद, पांडे ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने बताया कि सेबी और स्टॉक एक्सचेंज दोनों ने निगरानी बढ़ा दी है. जब उनसे पूछा गया कि क्या अन्य विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के साथ भी ऐसी गड़बड़ी देखी गई है, तो पांडे ने कहा, “मैं बस इतना कह सकता हूं कि बाजार में हेरफेर को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.” वह बॉम्बे चार्टर्ड अकाउंटेंट्स सोसाइटी के एक कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.