Polycab के दमदार Q1 नतीजों के बाद Equirus ने बढ़ाया टारगेट प्राइस, साथ में बताया रिस्क फैक्टर; जानें डिटेल में

Polycab ने Q1 में शानदार नतीजे दिए हैं. इसके बाद ब्रोकरेज फर्म Equirus ने नई रेटिंग के साथ पहले से दिए गए टारगेट प्राइस को भी बढ़ाया है. जानें निवेशकों के लिए खरीदने की वजह और इसमें छिपे रिस्क फैक्टर के बारे में विस्तार से.

पॉलीकैब पर ब्रोकरेज की राय Image Credit: @canva/money9live

Equirus Securities on Polycab Share: Polycab India Ltd ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (Q1FY26) में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है. कंपनी ने 59,100 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 26 फीसदी की बढ़ोतरी है. मजबूत डोमेस्टिक वायर एंड केबल (W&C) कारोबार और एफएमईजी (FMEG) सेगमेंट में अच्छी ग्रोथ के चलते यह शानदार नतीजे आए हैं. इन्हीं बातों को देखते हु ब्रोकरेज फर्म Equirus Securities ने Polycab पर अपनी राय जारी करते हुए इसे “LONG” यानी खरीदारी के लिए बनाए रखें रेटिंग दी है. आइए इस रेटिंग के पीछे की वजह और टारगेट प्राइस की जानकारी देते हैं.

क्या है नया टारगेट प्राइस?

ब्रोकरेज ने Polycab पर भरोसा जताते हुए इसके शेयरों को नई ऊंचाई पर जाने की बात कही है. 19 जुलाई को जारी अपनी रिपोर्ट में ब्रोकरेज इक्वायर्स सिक्योरिटीज ने शेयर को लेकर नया टारगेट प्राइस 7,884 रुपये तय किया है. ये प्राइस पिछले टारगेट 6,992 रुपये से बढ़ा है. इसका मतलब है कि मौजूदा स्तरों (6,926 रुपये) से शेयरों में 12 महीने के दौरान करीब 14 फीसदी की और तेजी देखने को मिल सकती है.

क्यों बढ़ा ब्रोकरेज का भरोसा?

Equirus की रिपोर्ट के मुताबिक, पॉलीकैब का वायर एंड केबल (W&C) बिजनेस कंपनी की ग्रोथ का सबसे बड़ा इंजन है. इस तिमाही में डोमेस्टिक W&C रेवेन्यू में सालाना आधार पर 31 फीसदी की ग्रोथ रही. कंपनी ने 25 फीसदी वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज की, जिसमें केबल्स का प्रदर्शन वायर से बेहतर रहा. लगातार बढ़ते मार्केट शेयर (कंपनी का केबल्स में मार्केट शेयर तकरीबन 30 फीसदी और वायर में शुरुआती 20 फीसदी के करीब) और मजबूत सप्लाई चेन ने कंपनी को कंपटीशन से आगे रखा है. ब्रोकरेज का मानना है कि रियल एस्टेट सेक्टर में सुधार, कैपेक्स में तेजी और अनऑर्गनाइज्ड से ऑर्गनाइज्ड खिलाड़ियों की ओर शिफ्ट होने से पॉलीकैब को मिड-टू-लॉन्ग टर्म में मजबूत डिमांड का फायदा मिलेगा.

FMEG और इंटरनेशनल बिजनेस का योगदान

FMEG सेगमेंट ने भी अच्छी ग्रोथ दिखाई. हालांकि, कमजोर समर सीजन और जल्द मानसून की वजह से पंखों की डिमांड कम रही, फिर भी इस सेगमेंट ने सालाना आधार पर 18 फीसदी की बढ़त दर्ज की. लाइटिंग, स्विचगियर्स और सोलर प्रोडक्ट्स की डबल ग्रोथ ने इस सेगमेंट को सपोर्ट किया.

इंटरनेशनल बिजनेस भी शानदार रहा. कंपनी की एक्सपोर्ट्स 24 फीसदी बढ़कर 3,100 करोड़ रुपये पहुंच गईं. अमेरिकी बाजार में भारत के लिए अनुकूल टैरिफ स्ट्रक्चर (भारत पर तकरीबन 10 फीसदी टैक्स, जबकि चीन पर 55 फीसदी और मेक्सिको पर 30 फीसदी) से कंपनी को एक्सपोर्ट्स बढ़ाने में मदद मिली है. हालांकि, अमेरिका के साथ फाइनल ट्रेड डील तक ब्रोकरेज ने इस पर थोड़ी सतर्कता बरती है.

मार्जिन्स और ग्रोथ आउटलुक

W&C बिजनेस का EBIT मार्जिन इस तिमाही में 191 बेसिस पॉइंट बढ़कर 14.7 फीसदी रहा. यह बेहतर प्राइसिंग, स्थिर कमोडिटी प्राइस और ऑपरेटिंग लीवरेज की वजह से संभव हुआ. FMEG का EBIT मार्जिन भी बेहतर हुआ और 2.1 फीसदी रहा. ब्रोकरेज का मानना है कि पॉलीकैब अपने सेगमेंट्स में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है और आने वाले समय में कंपटीशन बढ़ने के बावजूद कंपनी का दबदबा बना रहेगा.

क्या है रिस्क?

ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि W&C इंडस्ट्री में Ultratech और Adani जैसे नए खिलाड़ियों की एंट्री से कुछ निवेशक सतर्क हो गए हैं. अगर कोई और बड़ा प्लेयर इस बाजार में आता है, तो इससे वैल्यूएशन पर दबाव आ सकता है. फिर भी, ब्रोकरेज को भरोसा है कि इंडस्ट्री की ग्रोथ इतनी मजबूत है कि एक-दो नए खिलाड़ी भी इसे डिस्टर्ब नहीं कर पाएंगे.

क्या है शेयरों का हाल?

सप्ताह के आखिरी दिन यानी शुक्रवार, 18 जुलाई को पॉलीकैब के शेयर हरे रंग में कोराबार करते हुए 6,926 रुपये पर बंद हुए. पिछले 1 महीने में कंपनी के शेयरों का भाव 18.76 फीसदी तक चढ़ चुका है. यानी इस दौरान निवेशकों को प्रति शेयर 1,093 रुपये का रिटर्न मिला. वहीं 5 साल के दौरान शेयर में 735.57 फीसदी की तेजी आई है. कंपनी का मार्केट कैप 1,04,367 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.