ड्रोन कंपनी को रक्षा मंत्रालय से मिला बड़ा ऑर्डर, 10% की तेजी, 8 महीने में पहली बार IPO प्राइस के पास पहुंचा
ड्रोन बनाने वाली कंपनी ideaForge के शेयर में 23 जून को बंपर उछाल देखने को मिला है. शेयरों में ये तेजी रक्षा मंत्रालय की ओर से मिले बड़े ऑर्डर के बाद देखने को मिली. इसके शेयरों में 10 फीसदी तक का उछाल देखने को मिला है. तो कब तक करना होगा ऑर्डर पूरा और किस प्रोडक्ट के लिए हुई डील, जानें डिटेल.
ideaForge Share Price: भारत के रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसी सिलसिले में ड्रोन निर्माता कंपनी आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी को रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा ऑर्डर दिया है, जो 137 करोड़ रुपये का है. मंत्रालय से ऑर्डर मिलते ही कंपनी के शेयर 23 जून यानी आज रॉकेट बन गए. इसमें 10 फीसदी तक का उछाल देखा गया, जिससे शेयर उछलकर 625 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए.
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसे मिनी अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स (UAVs) और उनके सहायक उपकरणों की सप्लाई का ऑर्डर मिला है. ये मिनी UAVs निगरानी और टोही मिशनों के लिए डिज़ाइन किए जाएंगे, जो भारत की रक्षा क्षमताओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे. हालांकि, कंपनी ने ऑर्डर में शामिल खास मॉडल्स या UAVs की संख्या का खुलासा नहीं किया है. कंपनी ने बताया कि इन UAVs और संबंधित उपकरणों की डिलीवरी उसे 12 महीनों के अंदर पूरी करनी होगी. यह ऑर्डर पूरी तरह से घरेलू है और भारत में ही प्रोड्यूस किया जाएगा.
IPO कीमत के करीब पहुंचा स्टॉक
ऑर्डर की घोषणा के बाद आइडियाफोर्ज के शेयरों ने बाजार में तूफान मचा दिया. सोमवार यानी 23 जून 2025 को शेयर इंट्रा-डे में करीब 10% उछलकर 625 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए. पिछले एक महीने में शेयर ने 20% की शानदार बढ़त हासिल की है. यह स्टॉक अब अपने IPO प्राइस 672 रुपये के करीब पहुंच रहा है, जो आठ महीनों में पहली बार हुआ है. अक्टूबर 2024 में यह इस स्तर पर पहुंचा था, लेकिन मार्च 2025 में शेयर 324 रुपये के निचले स्तर तक लुढ़क गया था.
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कमाई में रहा दबाव
मार्च 2025 की तिमाही में कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन चुनौतीपूर्ण रहा है. इस तिमाही में आइडियाफोर्ज को 26 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में 10 करोड़ रुपये का मुनाफा था. कंपनी का रेवेन्यू भी 80% घटकर 102 करोड़ रुपये से 20 करोड़ रुपये रह गया. मार्च 2025 तक कंपनी का ऑर्डर बुक 13.6 करोड़ रुपये था, जो पिछली तिमाही के 20.7 करोड़ रुपये से कम है.