Waaree Energies vs Suzlon Energy: कौन है एनर्जी किंग, किसकी ऑर्डर बुक में ज्यादा पावर, देखें कमाई में कौन नंबर 1
सुजलॉन एनर्जी और वारी एनर्जीज रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के प्रमुख खिलाड़ी हैं. सरकार की ओर से ग्रीन एनर्जी को बढ़वा दिए जाने के बाद से इनकी ग्रोथ में और इजाफा हुआ है. तो कौन सी कंपनी है ज्यादा दमदार और किसकी फाइनेंशियल स्थिति है मजबूत, यहां देखें डिटेल.

Waaree Energies vs Suzlon Energy: रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर को भारतीय सरकार के बढ़ावा दिए जाने के बाद से कई कंपनियां उभरकर आई हैं. ग्रीन एनर्जी की लहर ने सुजलॉन एनर्जी समेत कई स्टॉक्स को मल्टीबैगर बना दिया. इस बूम के चलते साल 2024 कई ग्रनी एनर्जी IPOs का रास्ता भी खोला, जिसमें वारी एनर्जीज सबसे चमकदार साबित हुआ. सुजलॉन एनर्जी जहां भारत का सबसे बड़ा विंड टर्बाइन निर्माता है, वहीं वारी एनर्जीज देश का सबसे बड़ा सोलर मॉड्यूल निर्माता है. ऐसे में इन दोनों कंपनियों में से बेहतर कौन है और किसके फंडामेंटल ज्यादा मजबूत है, इसे कंपनियों की ऑर्डर बुक, रेवेन्यू आदि पैमानों पर जांचेंगे.
क्या है दोनों कंपनियों के काम?
Waaree Energies और Suzlon Energy दोनों में कई समानताएं है, लेनिक इनका ऑपरेटिंग स्टाइल एकदम अलग है. सुजलॉन जहां घरेलू बाजार पर फोकस करते हुए विस्तार कर रहा है, वहीं वारी एनर्जीज भारत और अमेरिका में आक्रामक तरीके से सोलर के अवसरों को भुना रही है. सुजलॉन पवन टर्बाइन और पवन ऊर्जा परियोजनाओं के संचालन और रखरखाव का कार्य करती है. जबकि वारी न केवल सोलर मॉड्यूल बनाती है, बल्कि सोलर सेल, ग्रिड इन्वर्टर और सोलर प्रोडक्ट्स का भी निर्माण कर रही है. इसके अलावा, यह सोलर फार्म्स का निर्माण, संचालन और रखरखाव भी कर रही है. ये एक सोलर इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर (IPP) बनने की दिशा में कदम बढ़ा रही है.
क्षमता में कौन है आगे?
वारी एनर्जीज की सौर पीवी मॉड्यूल विनिर्माण क्षमता 13.3 गीगावाट है. यह गुजरात और नोएडा में कंपनी की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट पर आधारित है. कंपनी अपनी सेल विनिर्माण क्षमता को 5.4 गीगावाट तक बढ़ाने की प्रक्रिया में भी है.
सुजलॉन एनर्जी ने वैश्विक स्तर पर 20 गीगावाट से ज्यादा विंड एनर्जी क्षमता स्थापित की है, जिसमें से एक महत्वपूर्ण हिस्सा 13.9 गीगावाट, भारत में स्थित है. कंपनी के अनुसार, भारत में सुजलॉन 111 से ज्यादा विंड फर्मों और 15,100 मेगावाट से अधिक स्थापित क्षमता के साथ बाजार में प्रमुख जगह बनाई है.
ऑर्डर बुक किसकी मजबूत?
- वारी एनर्जीज लिमिटेड की वेबसाइट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अंत तक कंपनी की ऑर्डर बुक 200 मेगावाट से अधिक हो गई है.
- घरेलू डेवलपर्स और ईपीसी कंपनियों ने अपने उत्पादों और सेवाओं के लिए वारी एनर्जीज को चुना है.
- चूंकि भारत में सोलर एनर्जी सेक्टर में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है, ऐसे में ग्राहक वारी जैसी स्थापित कंपनियों के साथ अपना व्यवसाय बढ़ा रहे हैं.
- मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक सुजलॉन ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 573 मेगावाट की रिकॉर्ड तिमाही डिलीवरी हासिल की, जिससे वित्त वर्ष 2025 में इसकी कुल डिलीवरी 1.55 गीगावाट हो गई है.
- कंपनी की ऑर्डर बुक 5.6 गीगावाट के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई, जिसमें अकेले S144 प्लेटफॉर्म ने 5 गीगावाट को पार कर लिया, जिससे भारतीय बाजार में इसकी स्थिति मजबूत हो गई है.
कमाई में कौन है आगे?
वारी एनर्जीज ने भरी मुनाफे की उड़ान
सोलर पैनल निर्माता वारी एनर्जीज लिमिटेड के Q4 FY25 में शुद्ध मुनाफा पिछले साल की समान तिमाही के 461.5 करोड़ रुपये के मुकाबले 34.1% उछलकर 618.9 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 36.4% की तेजी के साथ 2,935.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,003.9 करोड़ रुपये पहुंच गया. ऑपरेटिंग लेवल पर, EBITDA में भी 120.6% की शानदार वृद्धि हुई, जो पिछले साल के 418.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 922.6 करोड़ रुपये हो गया.
सुजलॉन एनर्जी ने भी की बंपर कमाई
विंड टर्बाइन निर्माता सुजलॉन एनर्जी ने Q4 FY25 में 365% की जबरदस्त सालाना वृद्धि दर्ज की. कंपनी का शुद्ध मुनाफा पिछले साल की समान तिमाही के 254 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़कर 1,182 करोड़ रुपये हो गया. ऑपरेशनाल रेवेन्यू से भी 73% की उछाल के साथ 2,179 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,773 करोड़ रुपये पहुंच गया. तिमाही आधार पर, सुजलॉन का मुनाफा Q3 FY25 के 387 करोड़ रुपये के मुकाबले 205% बढ़ा, जबकि राजस्व 27% की वृद्धि के साथ 2,969 करोड़ रुपये से 3,773 करोड़ रुपये हो गया.
यह भी पढ़ें: इन 5 मिड कैप MF ने निवेशकों को बनाया मालामाल, 10 साल की SIP में दिया 23% तक रिटर्न, 12 लाख के बने 42 लाख
शेयरों का कैसा रहा है प्रदर्शन?
वारी एनर्जीज लिमिटेड के शेयरों में 23 जून की सुबह 1.39 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे इसके शेयर 2,947.50 रुपये पर आ गया. ये गिरावट कंपनी ने विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में अपनी योजनाबद्ध 6 गीगावाट इंटीग्रेटेड सोलर मैन्यूफैक्चरिंग कैपेसिटी के रणनीतिक रीस्ट्रक्चरिंग की घोषणा के चलते देखने को मिली. हालांकि इसके शेयरों का प्रदर्शन बीते एक साल में अच्छा रहा है. इसके शेयरों ने 12 महीने में 26.65% तक का रिटर्न दिया है.
सुजलॉन एनर्जी के शेयर में 0.57% की आज गिरावट देखने को मिली, जिससे शेयर लुढ़ककर 62.87 रुपये पर पहुंच गया. हालांकि 20 जून को कंपनी के शेयर लगभग 3 प्रतिशत बढ़कर 64.26 रुपये प्रति शेयर के उच्च स्तर पर पहुंच गए थे. कंपनी को एक नया ऑर्डर मिलने की वजह से इसमें तेजी देखने को मिली थी. एक साल में इसके शेयरों ने 14.95% का रिटर्न दिया है.
Latest Stories

खाड़ी में जंग, दुनिया की उड़ानों में हड़कंप! एयर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज से लेकर सिंगापुर एयरलाइंस ने बदले रास्ते

अडानी ग्रुप ने शुरू किया भारत का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट, कार्बन उत्सर्जन में आएगी कमी

भारत के पास केवल 15-16 दिन की LPG स्टोरेज क्षमता, हर 3 में से 2 सिलेंडर अरब देशों के भरोसे, युद्ध बढ़ाएगा संकट !
