कितना धंधा करती है HDB Financial, किसे देती है लोन, कितनी ब्रांच; IPO से पहले जान लें सभी जरूरी बातें
HDB Financial Services ने FY25 की चौथी तिमाही में 530 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जो सालाना आधार पर 20 फीसदी गिरा है. लेकिन कर्ज वितरण और ग्राहकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. IPO से पहले कंपनी अपनी बुक वैल्यू को मजबूत बनाए हुए है. आइए कंपनी को लेकर सभी जरूरी पहलुओं की जानकारी देते हैं.

HBD Financial IPO Details: HDFC बैंक की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) HDB Financial Services जल्द ही IPO लाने की तैयारी में है. FY25 की चौथी तिमाही (Q4) के ताजा नतीजे बताते हैं कि कंपनी कठिन दौर से धीरे-धीरे उबर रही है. हालांकि, सालाना आंकड़ों की तुलना में मुनाफे में तेज गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन ग्राहक आधार और Loan Book में निरंतर बढ़ोतरी दिखाई दे रही है. इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि कंपनी का बिजनेस कैसा है, किस तरह के ग्राहकों को लोन देती है, उसकी शाखाएं कहां-कहां हैं और IPO और उसके GMP से जुड़ी जरूरी जानकारी क्या है.
HDB Financial Services का कारोबार क्या है?
HDB Financial भारत की प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) में से एक है, जो उन लोगों और छोटे कारोबारों को फाइनेंस उपलब्ध कराती है, जिन्हें पारंपरिक बैंकों से लोन लेना आसान नहीं होता. कंपनी की सर्विसेज काफी डायवर्सिफाइड हैं और इसका फोकस खासकर कंज्यूमर फाइनेंस और छोटे उद्यमियों पर होता है. यह पर्सनल लोन, बिजनेस लोन, ऑटो लोन (नई और पुरानी गाड़ियों पर), कंज्यूमर ड्यूरेबल्स फाइनेंस (जैसे टीवी, फ्रिज, मोबाइल आदि पर ईएमआई सुविधा), गोल्ड लोन और SME फाइनेंस जैसे उत्पादों की पेशकश करती है.
वित्तीय स्थिति- मुनाफा घटा, ग्राहक बढ़ें
कंपनी ने कुछ समय पहले ही वित्त वर्ष 2024-25 के चौथे तिमाही के नतीजे जारी किए थे. उसके मुताबिक, HDB Financial का लोन बुक यानी कर्ज वितरण 1.06 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 18.5 फीसदी ज्यादा है. वहीं, कंपनी का नेट प्रॉफिट 530 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 660 करोड़ रुपये था. यानी मुनाफे में करीब 20 फीसदी की गिरावट हुई है. इसके अलावा प्रति शेयर कमाई (EPS) 8.3 रुपये से घटकर 6.7 रुपये रह गई है.
रिटर्न ऑन एसेट (RoA) 3 फीसदी से गिरकर 2 फीसदी हो गया है, जबकि रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 19.6 फीसदी से घटकर 13.6 फीसदी हो गया. ये दोनों आंकड़े बताते हैं कि कंपनी का लाभांश प्रदर्शन थोड़ा कमजोर हुआ है. हालांकि, नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 7.6 फीसदी पर स्थिर बना हुआ है, जो NBFC सेक्टर में एक मजबूत स्थिति मानी जाती है. कंपनी की ग्रॉस स्टेज 3 एसेट्स यानी वह कर्ज जो समय पर नहीं लौटाया गया- 2.26 फीसदी तक पहुंच गई हैं, जो पिछले साल 1.90 फीसदी थी. यानी डिफॉल्ट रिस्क बढ़ा है, खासकर अनसिक्योर्ड और एंटरप्राइज लोन वाले सेगमेंट में.
ग्राहक के साथ ब्रांच की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी
HDB Financial का ग्राहक आधार बढ़कर 1.92 करोड़ हो गया है, जबकि FY24 के अंत में यह संख्या 1.55 करोड़ थी. यानी एक साल में लगभग 24 फीसदी का इजाफा हुआ है. यह कंपनी की पकड़ और पहुंच दोनों को दर्शाता है. इसी के साथ FY25 के अंत तक कंपनी के पास देशभर में 1,771 शाखाएं थी. बीते एक साल में कंपनी ने 89 नई ब्रांच खोली. हालांकि, Q4 में पिछली तिमाही की तुलना में 21 ब्रांचों की संख्या में गिरावट आई है, जो ऑपरेशनल री-अलाइनमेंट का हिस्सा हो सकती है. कंपनी अब 1,170 शहरों और कस्बों तक पहुंच चुकी है.
Q3 की तुलना में हल्की रिकवरी
Q3 FY25 के मुकाबले Q4 में कंपनी के मुनाफे में 8.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं, कर्ज वितरण भी 4.7 फीसदी बढ़ा है और डिस्बर्समेंट ग्रोथ 8.4 फीसदी तक पहुंच गई है. नेट इंटरेस्ट मार्जिन में हल्का सुधार देखा गया है. हालांकि, स्टेज 3 एसेट्स अभी भी स्थिर (2.26 फीसदी) बनी हुई हैं, जो रिस्क की चेतावनी देती हैं. IPO लाने से पहले कंपनी का उद्देश्य अपने फाइनेंशियल्स को मजबूत करना और बाजार की नजर में भरोसा बनाए रखना है. HDFC बैंक की इस सब्सिडियरी का आईपीओ काफी समय से चर्चा में है. कंपनी की बुक वैल्यू प्रति शेयर 198.8 रुपये तक पहुंच गई है.
IPO की जानकारी
कंपनी का इश्यू 25 से 27 जून तक खुला रहेगा. इस दौरान निवेशक इश्यू में दांव लगा सकते हैं. इश्यू के लिए कंपनी ने 700 रुपये से 740 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. एक लॉट में 20 शेयर हैं. यानी निवेशकों को 1 लॉट की खरीदी के लिए कम से कम 14,800 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. इश्यू के जरिये कंपनी कुल 12,500 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसमें 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल और 2,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू शामिल है. इसकी लिस्टिंग 2 जुलाई को BSE NSE पर हो सकती है.
क्या है GMP के संकेत?
इश्यू का जीएमपी अच्छी लिस्टिंग के संकेत दे रहा है. ग्रे मार्केट के मुताबिक, कंपनी की लिस्टिंग 9.86 फीसदी के मुनाफे के साथ हो सकती है. यानी तय प्राइस बैंड के मुताबिक कंपनी की लिस्टिंग 73 रुपये की बढ़त के साथ 813 रुपये पर हो सकती है. जीएमपी के आंकड़े 23 जून की शाम 06:30 बजे के अपडेट के आधार पर है.
ये भी पढ़ें- HDB Financial Services IPO : दांव लगाएं या नहीं, SBI Securities ने किया रिव्यू, कितना मिलेगा लिस्टिंग गेन?
डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
Latest Stories

HDB Financial Services IPO : दांव लगाएं या नहीं, SBI Securities ने किया रिव्यू, कितना मिलेगा लिस्टिंग गेन?

PhonePe IPO को लेकर बड़ा अपडेट, 13000 करोड़ से बड़ा होगा इश्यू, जानें कब दाखिल करेगी DRHP

Paper Arizona IPO: ये स्टार्टअप कंपनी 2026 में ला रही आईपीओ, ग्लोबल बाजार में उतरने की तैयारी
