मल्टीबैगर IRFC को क्या हुआ, 1 महीने में 17 फीसदी लुढ़का, टारगेट प्राइस सुन पकड़ लेंगे माथा

IRFC के शेयर में फिलहाल तेज गिरावट जारी है. वित्तीय नतीजे, रेलवे बजट में कमी और शेयर के तकनीकी संकेतक यह दर्शाते हैं कि इस स्टॉक में आगे और दबाव बन सकता है. निवेशकों को इसमें सतर्कता बरतनी चाहिए और जल्दबाजी में कोई निर्णय लेने से पहले बाजार की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए.

IRFC का टारगेट प्राइस Image Credit: Freepik/Canva

IRFC Stock Buy or Sell: Indian Railway Finance Corporation (IRFC) के शेयर 17 फरवरी को 1.5 फीसदी की गिरावट के साथ खुले, और 120.72 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं, जबकि कल यह 121.75 रुपये पर बंद हुए थे. यह गिरावट बाजार में मौजूद चुनौतियों और फाइनेंस सेक्टर में जारी मंदी के चलते आई है. पिछले एक महीने में IRFC का प्रदर्शन इसके सेक्टर और सेंसेक्स दोनों से कमजोर रहा है, और इसमें 17.52% की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. लेकिन ऐसा क्या हुआ कि पिछले 5 साल में 387% का रिटर्न देने वाला शेयर निवेशकों के पैसे डुबा रहा है? चलिए इसके टारगेट प्राइस और बाकी टेक्निकल्स के बारे में जानते हैं.

IRFC में क्यों जारी है गिरावट?

इससे पहले 14 फरवरी को IRFC के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिससे यह लगभग अपने 52 हफ्ते के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था. शेयर की कीमतें औसत से नीचे चल रही हैं, जो बाजार में मंदी के संकेत दे रही हैं. पिछले छह महीनों में स्टॉक 33.06% गिरा है, जबकि पिछले एक साल में इसमें 23.98% की गिरावट आई है. वहीं ये स्टॉक पिछले पांच साल में 387 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है.

पिछले एक महीने में IRFC में 17% की गिरावट आई है, जबकि सेंसेक्स में 1.19% की गिरावट देखी गई है.

Q3 नतीजे और बजट का असर

हाल ही में IRFC ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (Q3) के नतीजे जारी किए थे. इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट केवल 2% बढ़कर ₹1,631 करोड़ हुआ, जबकि कुल रेवेन्यू ₹6,763.43 करोड़ पर स्थिर रहा. यह कंपनी की ऑपरेशनल क्षमता में चुनौतियों को दर्शाता है.

2025 के केंद्रीय बजट में भारतीय रेलवे के लिए 2.55 लाख करोड़ का आवंटन किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा कम है. इससे निवेशकों में IRFC की भविष्य की रेलवे परियोजनाओं के लिए फंडिंग जुटाने की क्षमता को लेकर चिंता बढ़ गई है.

रेजिस्टेंस और सपोर्ट

बता दें कि IRFC का मार्केट कैप ₹1,59,109.06 करोड़ है और IRFC का PE रेशियो 24.34 है, जो यह दर्शाता है कि स्टॉक निवेशकों के लिए महंगा बना हुआ है.

कोटक सिक्यॉरिटीज के अनुसार रेजिस्टेंस लेवल:

सपोर्ट लेवल:

IRFC में 58.93% की गिरावट की संभावना

ट्रेडिंग व्यू के अनुसार, एक विश्लेषक ने IRFC के लिए 50 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जिसमें अधिकतम और न्यूनतम अनुमान भी 50 रुपये ही है. इसका मतलब है कि शेयर के मौजूदा प्राइस 120.48 रुपये के मुकाबले इसमें लगभग 58.93% की गिरावट की संभावना जताई गई है.

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