स्विगी का शेयर करेगा बड़ी उछल-कूद, एक दिन में 12 फीसदी भागा; ब्रोकरेज ने दी खरीदने की सलाह
फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स दिग्गज स्विगी के शेयर प्राइस में सोमवार 5 मई को 12 फीसदी का जोरदार उछाल आया है. आने वाले दिनों में यह शेयर बड़े उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर सकता है. हालांकि, इस सबके बीच ब्रोकरेज ने स्विगी को खरीदने की सलाह दी है. जानते हैं क्यों आएगा उतार-चढ़ाव और टार्गेट प्राइस क्या है?
Swiggy Share Price में सोमवार को 12 फीसदी की तेजी आई है. शेयर में यह तेजी कंपनी के क्विक-सर्विस फूड डिलीवरी वर्टिकल बोल्ट को देश के 500 से ज्यादा शहरों में फैलाने के ऐलान के बाद आई है. वहीं, इस दौरान सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी जोमैटो ने डिमांड और प्रॉफिट के मोर्चे पर आ रही चुनौतियों के चलते अपनी 10 मिनट की फूड डिलीवरी सेवा इंस्टेंट को बंद करने का ऐलान किया है.
आएगा उतार-चढ़ाव का दौर
स्विगी के शेयर की कीमत में शॉर्ट टर्म में बहुत ज्यादा वोलेटिलिटी देखने को मिल सकती है. क्योंकि, प्री-आईपीओ एंकर इन्वेस्टर्स का लॉकइन पीरियड खत्म हो रहा है. प्री-आईपीओ निवेशकों के लिए अनिवार्य छह महीने की लॉक-इन अवधि 12 मई, 2025 को खत्म हो रही है. इसके बाद स्विगी की करीब 83% की शेयर होल्डिंग, जो 189.75 करोड़ इक्विटी शेयरों के बराबर है, 13 मई से कारोबार के लिए उपलब्ध होगी. मौजूदा शेयर प्राइस के हिसाब से लॉक-इन शेयरों का कुल मूल्य करीब 62,000 करोड़ रुपये है. जब इतनी बड़ी तादाद में शेयर बाजार में आएंगे, तो शेयर प्राइस में बड़ा उतार-चढ़ाव तय है.
आईपीओ के 6 महीने
स्विगी की भारतीय बाजार में 13 नवंबर, 2024 को लिस्टिंग हुई. NSE पर स्विगी की लिस्टिंग 420 रुपये पर हुई, जबकि इसका इश्यू प्राइस 390 रुपये था. इस तरह आईपीओ के जरिये जिन्हें इसका शेयर मिला, उन्हें 7.7% का लिस्टिंग गेन मिला. लेकिन, इसके बाद करीब एक महीने बाद 23 दिसंबर, 2024 में इसका शेयर 617.30 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंचा. वहां, से लगातार गिरावट के चलते 2 मई, 2025 को 303 रुपये के ऑल टाइम लो पर पहुंच गया था.
क्या JM Financial की राय?
JM Financial की तरफ से जारी एक एक नोट में कहा गया है कि कुछ निवेशकों ने आईपीओ से पहले और आईपीओ के दौरान अपनी हिस्सेदारी आंशिक रूप से बेच दी थी, हमारा मानना है कि कम से कम कुछ निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए उत्सुक होंगे, भले ही स्विगी का शेयर आईपीओ मूल्य से नीचे कारोबार कर रहा है. इसलिए, निकट भविष्य में स्विगी के शेयरों का एक बड़ा हिस्सा कारोबार में आ सकता है. इसके साथ ही इस नोट में कहा गया है कि लॉक-इन समाप्ति के तुरंत बाद केवल 15% पात्र शेयर ही बेचे गए, तो टोटल आउटफ्लो 12,000 करोड़ के करीब होगा, जो स्विगी के कुल आईपीओ आकार के बराबर है.
क्या है शेयर के लिए टार्गेट प्राइस?
जेएम फाइनेंशियल की तरफ से स्विगी के फूड डिलीवरी कारोबार के बढ़ने की उम्मीद जताते हुए बाय रेटिंग बनाए रखी है. इसके अलावा मार्च 2026 तक शेयर प्राइस के लिए 500 रुपये का टार्गेट दिया है.
740 तक पहुंच सकती है कीमत
इससे पहले इसी साल फरवरी में ICICI सिक्योरिटीज ने अपनी ब्रोकरेज रिपार्ट में स्विगी के लिए बाय रेटिंग देते हुए 12 महीने के लिए 740 रुपये का टार्गेट दिया है. वहीं, Trendlyne की कंसेंसस रिपार्ट के मुताबिक स्विगी को बाय जोन में बताया गया है. इसके साथ ही करंट मार्केट प्राइस से 32 फीसदी अपसाइड का टार्गेट दिया गया है.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.