Tata Motors (CV) Q2 Result: लिस्टिंग के बाद पहली तिमाही में 867 करोड़ का घाटा, मार्क-टू-मार्केट नुकसान से मुनाफा दबा

टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल (TMCV) ने Q2 FY26 में 867 करोड़ रुपये का नेट लॉस रिपोर्ट किया है. जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 498 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. हालांकि, इस दौरान ऑपरेशंस से रेवेन्यू 6% बढ़कर 18,585 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. कंपनी ने बताया कि Tata Capital की लिस्टिंग के बाद हुए 2,000 करोड़ रुपये के Mark-to-Market नुकसान ने नतीजों पर भारी दबाव डाला है.

टाटा मोटर्स सीवी शेयर लिस्टिंग. Image Credit: Getty image

डिमर्जर के बाद टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल (TMCV) ने पहले तिमाही नतीजे जारी किए हैं. एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक कंपनी के CV सेगमेंट में वॉल्यूम 12% YoY बढ़ा है, जिससे ऑपरेशनल परफॉर्मेंस बेहतर रहा. रेवेन्यू 18.4 हजार करोड़ रुपये, EBITDA मार्जिन 12.2%, और EBIT मार्जिन 9.8% तक सुधरा है. मजबूत बिजनेस ट्रैक्शन की वजह से PBT 1,700 करोड़ रुपये रहा. इसके अलावा क्वार्टर का Free Cash Flow 2,200 करोड़ रुपये पर आया, जबकि H1 FY26 में कंपनी ने अब तक का सबसे मजबूत 417 करोड़ रुपये का फ्री कैश फ्लो बनाया.

MTM से प्रॉफिट पर दबाव

Tata Capital निवेश में भारी मार्क टू मार्केट (MTM) नुकसान के चलते कंसोलिडेटेड PBT पर 600 करोड़ रुपये और नेट 900 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. इसे लेकर कंपनी ने कहा है वह 30 सितंबर 2025 तक 1,200 करोड़ रुपये की नेट कैश स्थिति में है, जो बैलेंस शीट की मजबूती का संकेत है.

मार्केट शेयर स्थिर, एक्सपोर्ट 75% उछले

CV सेगमेंट में कंपनी ने होलसेल 96,800 यूनिट सेल की हैं. इनमें घरेलू बिक्री 9% बढ़ी और एक्सपोर्ट में 75% का उछाल देखने को मिला है. H1 FY26 में कंपनी का VAHAN मार्केट शेयर 35.3% रहा. अलग-अलग कैटेगरी में यह 28% से लेकर 47% तक रहा. कंपनी ने GST कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों तक ट्रांसफर किया है और Ace Gold+ Diesel, Winger Plus, LPT 812 और LPO 1822 जैसे नए मॉडल लॉन्च किए.

EV मॉडल की रफ्तार तेज

ग्रीन मोबिलिटी पर फोकस बढ़ाते हुए कंपनी ने ग्रीन एनर्जी मोबिलिटी सॉल्यूशन के साथ 100 मैग्ना EV कोच सप्लाई का MoU साइन किया. इसके साथ ही, लॉन्च के चार महीने के भीतर 1,300 Ace Pro EV की बिलिंग दर्ज की, जो EV डिवीजन में मजबूत शुरुआत का संकेत है.

H2 FY26 में तेज ग्रोथ की उम्मीद

कंपनी ने कहा कि फेस्टिव डिमांड, बेहतर कंजम्प्शन और GST 2.0 के प्रभाव से दूसरी छमाही में डिमांड और मजबूत होगी. कंस्ट्रक्शन, इंफ्रा और माइनिंग गतिविधियों में बढ़त CV बिक्री को सपोर्ट करेगी. कंपनी का फोकस डबल-डिजिट EBITDA मार्जिन, मजबूत कैश फ्लो और हाई ROCE बनाए रखने पर रहेगा.

मजबूत रिकवरी की शुरुआत

MD & CEO गिरीश वाघ ने कहा कि GST 2.0 और फेस्टिव सीजन ने डिमांड को नई ऊर्जा दी. वॉल्यूम ग्रोथ 12% तक पहुंची और H2 FY26 में इंफ्रा व माइनिंग सेक्टर से तेज रिकवरी की उम्मीद है. कंपनी के CFO जीवी रमणन का कहना है कि अब तक का सबसे मजबूत आधा साल गुजरा है. CFO ने कहा कि कंपनी ने 45% ROCE और डबल-डिजिट EBITDA मार्जिन के साथ रिकॉर्ड परफॉर्मेंस दिया है. लगातार बढ़ता FCF कंपनी की वित्तीय मजबूती का सबूत है.

क्या है मार्क टू मार्केट

Mark-to-Market (MTM) का मतलब है किसी भी निवेश या संपत्ति की वैल्यू को उसकी मौजूदा बाजार कीमत के आधार पर अपडेट करना. यानी कंपनी अपनी बैलेंस शीट में निवेश की वो कीमत दिखाती है, जिस पर वह आज के दिन बाजार में ट्रेड हो रहा है. अगर बाजार कीमत गिर जाए तो यह अंतर ‘MTM Loss’ माना जाता है और बढ़ जाए तो ‘MTM Gain’. Tata Motors (CV) के मामले में Tata Capital की लिस्टिंग के बाद शेयर की कीमतें नीचे आईं, इसलिए कंपनी को कागज पर करीब 2,000 करोड़ रुपये का MTM नुकसान दिखाना पड़ा, हालांकि यह वास्तविक नकद नुकसान नहीं है बल्कि सिर्फ वैल्यूएशन एडजस्टमेंट है.

यह भी पढ़ें: BlackRock का भारत पर बड़ा दांव! वैल्यूएशन रिसेट और टैरिफ टेंशन खत्म होने के बाद अब नई उड़ान को तैयार बाजार

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

Latest Stories