रेलवे कवच प्रोजेक्ट से किन 5 कंपनी को मिला जैकपॉट? जानें किसका ऑर्डर बुक सबसे भारी

रेलवे का 'कवच' सिस्टम अब सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि मुनाफे की नई स्क्रिप्ट लिख रहा है. सरकार की इस हाईटेक पहल में कई कंपनियों को तगड़ा फायदा मिल रहा है. कौन है इस रेस में आगे? कौन बना रहा है सबसे मोटी ऑर्डर बुक? पूरी कहानी पढ़ें इस रिपोर्ट में.

कवच से बदल रही है इन 5 कंपनियों की किस्मत! Image Credit: Money9 Live

Best Railway Stocks: भारतीय रेलवे जिस रफ्तार से आधुनिक हो रही है, उसी रफ्तार से शेयर बाजार में कुछ कंपनियों की चमक भी बढ़ रही है. ‘कवच’ – सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का मकसद है ट्रेन टकराव को रोकना और देश के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट सिस्टम को तकनीक से जोड़ना.

अब जब रेलवे ने बड़े स्तर पर कवच सिस्टम के टेंडर निकालने शुरू कर दिए हैं, तो इससे जुड़ी कंपनियों की ऑर्डर बुक देखने लायक है. कुछ कंपनियां तो पूरी तरह इस प्रोजेक्ट पर दांव लगा रही हैं, वहीं कुछ कंपनियों ने इसे अपने पोर्टफोलियो में एक मजबूत पिलर के रूप में शामिल किया है.

यहां हम बात कर रहे हैं ऐसी 5 कंपनियों की, जिनकी कवच से जुड़ी ऑर्डर बुक सबसे भारी है और जिनकी कमाई आने वाले सालों में रेलवे की रफ्तार के साथ तेजी से बढ़ सकती है.

HBL Engineering

HBL Engineering ने 15,000 करोड़ का ऑर्डर Chittaranjan Locomotive Works से हासिल किया है, जो 2,200 लोकोमोटिव में कवच सिस्टम लगाने से जुड़ा है. यह काम FY26 तक पूरा होना है और इससे FY25 के मुकाबले 30% ज्यादा रेवेन्यू मिलने की उम्मीद है.

इसके अलावा कंपनी को 1.6 हजार करोड़ रुपये का ऑर्डर South Central Railway से भी मिला है. फिलहाल 40,000 करोड़ रुपये की कुल ऑर्डर बुक है.

हालांकि FY25 में कंपनी के नतीजे थोड़े कमजोर रहे रेवेन्यू में 12% गिरावट, और मुनाफा फ्लैट. मगर FY26 के बाद से कंपनी हर साल 20% की ग्रोथ का अनुमान जता रही है.

RailTel

RailTel की पहचान अब सिर्फ ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क तक सीमित नहीं रही. रेलवे की डिजिटल रीढ़ बनने के साथ-साथ अब यह कंपनी कवच प्रोजेक्ट में भी तेजी से भाग ले रही है.

RailTel को 2.9 हजार करोड़ रुपये का ऑर्डर 502 किमी लंबे ट्रैक पर कवच इंस्टॉलेशन के लिए मिला है. मई में मिला 1.6 हजार करोड़ रुपये का नया ऑर्डर भी इसकी ऑर्डर बुक को मजबूत करता है, जो फिलहाल 66,000 करोड़ रुपये पर पहुंच चुकी है.

FY25 में रेवेन्यू 35% की बढ़त के साथ 35,000 करोड़ रुपये तक पहुंचा, जबकि मुनाफा 22% बढ़ा. FY26 में कंपनी को 40,000 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद है.

Kernex Microsystem

Kernex ने लगभग पूरी अपनी ऑर्डर बुक कवच प्रोजेक्ट्स से भरी हुई है. 21,000 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक में से 16,800 करोड़ रुपये सिर्फ कवच से जुड़े हैं.

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Quadrant Future Tek

Quadrant एक R&D-फोकस्ड कंपनी है, जो ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम पर काम करती है. इसकी ऑर्डर बुक में 9.8 हजार करोड़ रुपये का कवच प्रोजेक्ट है, इसके साथ 1.6 हजार करोड़ रुपये का नया RailTel से ऑर्डर भी शामिल है. लेकिन कंपनी का रेवेन्यू पिछले दो साल से 1.5 हजार करोड़ रुपये पर स्थिर है और FY25 में घाटा 200 करोड़ रुपये रहा.

CG Power

Murugappa ग्रुप की CG Power कवच प्रोजेक्ट में भी हिस्सेदार बन चुकी है. इसकी ऑर्डर बुक 1.06 लाख करोड़ रुपये की है, जिसमें से 5-6 हजार करोड़ रुपये का हिस्सा कवच का है (11 साल की AMC सहित).

FY25 में कंपनी का रेवेन्यू 23% बढ़कर 99 हजार करोड़ रुपये और मुनाफा 12% बढ़कर 9.7 हजार करोड़ रुपये हो गया. कंपनी पावर ट्रांसफॉर्मर में क्षमता बढ़ा रही है और FY27 तक सेमीकंडक्टर असेंबली यूनिट शुरू करने की तैयारी कर रही है.

कवच की कमाई में किसका कवच सबसे मजबूत?

भारत की रेलवे सुरक्षा की यह पहल, कंपनियों के लिए एक बिलियन डॉलर का अवसर है. लेकिन यह जरूरी है कि निवेशक केवल ऑर्डर बुक या खबरों के भरोसे ना रहें, बल्कि कंपनी की बैलेंस शीट, मुनाफा, बिजनेस मॉडल और डाइवर्सिफिकेशन को भी समझें.

कंपनीस्टॉक प्राइस (19 जून 2025)
HBL Engineering563.55 रुपये
RailTel407.45 रुपये
Kernex Microsystem1,145.70 रुपये
Quadrant Future Tek453.80 रुपये
CG Power666.70 रुपये

डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है और इसे निवेश सलाह या सिफारिश के रूप में न माना जाए. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें. बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है.