वाहन उद्दोग पर दिखा ऑपरेशन सिंदूर का असर, पैसेंजर वाहनों में 3 तो कमर्शियल वाहनों की बिक्री में 4 फीसदी की गिरावट
मई महीने में भारत का वाहन उद्दोग सुस्त रहा. पैसेंजर वाहनों की बिक्री में 3 फीसदी की गिरावट रही तो कमर्शियल वाहनों में 4 फीसदी की. भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और वैश्विकअनिश्चितता के के कारण भारत के ऑटो सेक्टर को डेंट लगा है.
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और वैश्विक अनिश्चितता के बीच, मई महीने में वाहन उद्योग सुस्त रहा. फेडरेशन ऑफ ऑटो डीलर्स एसोसिएशन की ओर से जारी आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं. पिछले महीने पैसेंजर और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में कमी आई. दोपहिया वाहनों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 7 फीसदी की वृद्धि हुई है. आइए जानते हैं कि मई महीने में वाहन उद्योग को किन कारणों से डेंट लगा और बिक्री में कितनी की कमी आई.
पैसेंजर वाहनों की बिक्री में 3 फीसदी की कमी!
मई महीने में पैसेंजर वाहनों की बिक्री में तीन फीसदी की कमी आई. पिछले महीने इस सेक्टर के वाहनों का रजिस्ट्रेशन 3,02,214 यूनिट रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 3,11,908 यूनिट था. डीलरों के संगठन FADA ने शुक्रवार को कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष के कारण कई राज्यों में ग्राहकों ने खरीदारी में देरी की है. इसके साथ ही, एंट्री लेवल मॉडलों की मांग में नरमी के कारण मई महीने में यात्री वाहन बिक्री में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 3 फीसदी की गिरावट आई है
दो पहिया वाहनों में 7 फीसदी की तेजी!
मई महीने में दोपहिया वाहनों की रिटेल बिक्री में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 7 फीसदी की तेजी आई है. वित्त वर्ष 2025 के मई महीने में 15,40,077 वाहनों की बिक्री हुई थी. इस साल यह बढ़कर 16,52,637 यूनिट हो गई है. डीलरों ने इस तेजी का श्रेय शादी के सीजन, रबी की अच्छी फसल और मानसून-पूर्व मांग को दिया है. FADA ने कहा कि अर्ध-शहरी और ग्रामीण बाजारों में मांग अधिक रही.
कमर्शियल वाहनों ने भी लगाया गोता
कमर्शियल वाहनों की रिटेल बिक्री में भी पिछले साल की तुलना में 4 फीसदी की कमी आई है. पूरे मई महीने में कंपनियों ने 75,615 वाहनों की बिक्री की है. FADA ने कहा कि बसों की बिक्री में थोड़ी राहत मिली, लेकिन यात्री वाहक और कमोडिटी क्षेत्रों में वित्तपोषण में देरी और टोटल वोल्यूम इंडस्ट्री में नरमी के कारण गिरावट देखी गई.
तिपहिया वाहनों की बिक्री में तेजी
मई में तिपहिया वाहनों का पंजीकरण पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इस साल 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इस साल यह बढ़कर 1,04,448 इकाई हो गया है.
गिरावट की वजह
महीने की शुरुआत में ही ऑपरेशन सिंदूर के कारण भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया. इससे उद्योग को झटका लगा है. साथ ही, चीन ने रेयर अर्थ मेटल के एक्सपोर्ट पर रोक लगाने की घोषणा की. इससे भारत के इलेक्ट्रिक वाहन सेक्टर पर असर पड़ा है.