राम मंदिर प्रसाद के नाम पर ठगी, फर्जी वेबसाइट ने भक्तों के 4 करोड़ लूटे; 6.3 लाख लोगों को लगाया चूना
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले khadiorganic.com नामक वेबसाइट ने "ऑनलाइन प्रसाद" देने के नाम पर 6.3 लाख भक्तों से 3.85 करोड़ रुपये ठग लिए. वेबसाइट ने 51 रुपये में प्रसाद भेजने का दावा किया, लेकिन भक्तों को न प्रसाद मिला न जवाब.
Online Prasad Scam: साइबर अपराधी अब लोगों को ठगने के लिए आस्था का सहारा लेने लगे हैं. अयोध्या में राम मंदिर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा से पहले, पुलिस ने एक फर्जी वेबसाइट का भंडाफोड़ किया है जो राम मंदिर का प्रसाद ऑनलाइन डिलीवर करने के नाम पर भक्तों को ठग रही थी. दरअसल, khadiorganic.com नामक वेबसाइट ने देश-विदेश के लाखों भक्तों से राम मंदिर प्रसाद भेजने के नाम पर लगभग 4 करोड़ रुपये की वसूली की, लेकिन किसी को कोई डिलीवरी नहीं की गई. पुलिस ने मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है.
कैसे हुआ ऑनलाइन प्रसाद घोटाला
जागरण के रिपोर्ट के मुताबिक, वेबसाइट ने दावा किया कि मात्र 51 रुपये (भारतीयों के लिए) और 11 डॉलर (विदेशियों के लिए) में राम मंदिर का विशेष प्रसाद घर तक पहुंचाया जाएगा. साइट पर बुकिंग फॉर्म और डिजिटल पेमेंट की सुविधा भी थी, जिससे लोगों को यह असली लगने लगा. करीब 6.3 लाख लोगों ने इसमें भुगतान किया.
कैसे की गई ठगी
इस फर्जीवाड़े से कुल 3.85 करोड़ रुपये की ठगी की गई. पेमेंट Paytm, PhonePe, Mobikwik, YES Bank और UPI जैसे माध्यमों से किया गया था. जांच में सामने आया कि इस पूरे घोटाले के पीछे एक विदेशी नागरिक आशीष कुमार का हाथ था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अब तक करीब 2.15 करोड़ रुपये 3.72 लाख लोगों को वापस किए जा चुके हैं. यह सफलता बैंक और पेमेंट गेटवे के साथ मिलकर की गई तुरंत कार्रवाई से संभव हुई.
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फ्रॉड से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- केवल आधिकारिक वेबसाइट का ही उपयोग करें
- धार्मिक स्थानों, मंदिरों या संस्थाओं से जुड़ी किसी भी सेवा जैसे प्रसाद, चढ़ावा या दान के लिए सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट या एप का उपयोग करें. कोई भी अनजान वेबसाइट देखकर भुगतान न करें.
- अति भावनात्मक अपील से बचें
- जब कोई वेबसाइट “सीधे भगवान से जुड़ी सेवा” या “सीमित समय का प्रसाद” कहे तो तुरंत भरोसा न करें.
ये आम तौर पर भावनात्मक तरीके से लोगों को फंसाने की रणनीति होती है. - भुगतान से पहले जांच-पड़ताल करें
- कोई भी पेमेंट करने से पहले गूगल पर उस वेबसाइट के बारे में रिव्यू या खबरें खोजें.
अगर वेबसाइट पहले से लोगों को ठग चुकी है तो आपको जानकारी जरूर मिल जाएगी. - डिजिटल सुरक्षा नियमों का पालन करें
- अपने बैंकिंग और UPI ऐप में सुरक्षा फीचर्स ऑन रखें जैसे OTP अलर्ट, ऐप लॉक, ट्रांजैक्शन लिमिट आदि।
किसी भी संदिग्ध ट्रांजैक्शन की जानकारी तुरंत बैंक और साइबर सेल को दें.
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