सेक्सटॉर्शन बना नया हथियार, साइबर अपराधी मोहल्ले में बैठ ऐसे लूट रहे हैं पैसा, बचने के लिए करें ये काम

दिल्ली पुलिस ने एक बडे सेक्सटॉर्शन और साइबर ठगी रैकेट का खुलासा किया है जो कई राज्यों में फैला हुआ था. कार्रवाई के दौरान अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और पांच करोड रुपये से ज्यादा की मनी ट्रेल सामने आई है. पुलिस ने न्यू अशोक नगर और मुंडका में छापेमारी की, जहां फर्जी बैंक लोन स्कीम और अवैध कॉल सेंटर भी मिले. जांच अब भी जारी है और अन्य लिंक की तलाश की जा रही है.

दिल्ली पुलिस ने एक बडे सेक्सटॉर्शन रैकेट का खुलासा किया है. Image Credit: FREE PIK

Cyber fraud Sextortion racket: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बडे सेक्सटॉर्शन और साइबर ठगी रैकेट का पर्दाफाश किया है. यह रैकेट कई राज्यों में फैला हुआ था और इसमें अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जांच के दौरान पुलिस को पांच करोड़ रुपये से अधिक की मनी ट्रेल का पता चला है. यह पूरी कार्रवाई अलग अलग स्थानों पर छापेमारी के दौरान की गई. मामले की जांच अभी भी जारी है.

नकली बैंक किट के साथ तीन गिरफ्तार

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के मुताबिक, 24 मई को पुलिस को सूचना मिली थी कि न्यू अशोक नगर इलाके में हाईटेक अपराधों में इस्तेमाल होने वाली एक संदिग्ध किट की डिलीवरी होने वाली है. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से नकली बैंक अकाउंट किट बरामद हुई.

मुंडका में फर्जी कॉल सेंटर पर छापा

इसके बाद पुलिस ने मुंडका इलाके में एक अवैध कॉल सेंटर पर छापा मारा जो लोगों को फर्जी बैंक लोन देने के नाम पर ठगता था. इस कार्रवाई में सात लोगों को हिरासत में लिया गया. कॉल सेंटर का मकसद था लोगों को लोन दिलाने के झांसे में फंसाकर उनसे पैसा वसूलना.

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न्यू अशोक नगर में सेक्सटॉर्शन रैकेट का खुलासा

जांच के दौरान पुलिस ने एक और छापेमारी न्यू अशोक नगर में की, जहां चार अन्य आरोपियों को पकड़ा गया. यहां एक संगठित सेक्सटॉर्शन रैकेट का खुलासा हुआ, जो सोशल मीडिया और वीडियो कॉलिंग के जरिए लोगों को फंसा कर ब्लैकमेल करता था.

मामले की जांच जारी

फिलहाल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि इन रैकेटों के तार और किन राज्यों या गिरोहों से जुड़े हुए हैं. साथ ही तकनीकी सहायता और डिजिटल ट्रेसिंग के जरिये पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने की कोशिश की जा रही है.

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