तूफानों को मात देकर स्पेसएक्स ने लॉन्च किए 27 सैटेलाइट्स, फाल्कन 9 बूस्टर ने पांचवीं बार दिखाया सफल लैंडिंग का करिश्मा
स्पेसएक्स ने मौसम की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को मात देते हुए 28 जून को 27 स्टारलिंक सैटेलाइट्स लॉन्च किए. फाल्कन 9 रॉकेट ने केप कैनावेरल से उड़ान भरी और बूस्टर ने पांचवीं बार ड्रोन शिप पर सफल लैंडिंग की. यह लॉन्च न केवल तकनीकी सफलता का उदाहरण है, बल्कि स्पेसएक्स की रीयूजेबल टेक्नोलॉजी को भी दिखा रहा है.
Starlink Satellite Network: मौसम की चुनौतियों के बावजूद, स्पेसएक्स ने 28 जून की सुबह 27 स्टारलिंक सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया. फाल्कन 9 रॉकेट ने स्थानीय समयानुसार रात 12:26 बजे केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से उड़ान भरी, जिससे ग्लोबल इंटरनेट कवरेज के स्पेसएक्स के महत्वाकांक्षी मिशन को एक और बढ़त मिली है.
मौसम की बाधाओं के बीच सफल लॉन्च
इस मिशन को लेकर शुरुआत में आशंकाएं थीं क्योंकि फ्लोरिडा में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी जारी की गई थी. लॉन्च से पहले मौसम वैज्ञानिकों ने कई बार बिजली गिरने और तेज तूफान की आशंका जताई, जिससे मिशन में देरी हो सकती थी. हालांकि, लॉन्च टाइम के करीब आते-आते मौसम साफ हो गया और 10 मील की विजिबिलिटी के साथ शांत हवाएं चलने लगीं. इससे स्पेसएक्स को बिना किसी रुकावट के रॉकेट लॉन्च करने का सही मौका मिल गया.
10 साल पहले की विफलता से सबक लेकर आगे बढ़ा स्पेसएक्स
यह लॉन्च ऐतिहासिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 28 जून 2015 को स्पेसएक्स का एक फाल्कन 9 रॉकेट विस्फोट के साथ नष्ट हो गया था. वह रॉकेट नासा के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर सामान पहुंचाने वाले ड्रैगन कैप्सूल को ले जा रहा था, लेकिन उड़ान के दो मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया. उस समय यह घटना स्पेसएक्स के लिए बड़ा झटका थी, लेकिन इसने कंपनी को रॉकेट डिजाइन और सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार के लिए प्रेरित किया.
फाल्कन 9 बूस्टर की सफल लैंडिंग
इस मिशन में इस्तेमाल किया गया फाल्कन 9 बूस्टर पहले भी चार बार अंतरिक्ष की यात्रा कर चुका था. इसने नासा के CRS-32 मिशन, अमेरिकी सैन्य उपग्रह NROL-69, GPS III-7 नेविगेशन सैटेलाइट और एक पिछले स्टारलिंक मिशन में भाग लिया था.
इस बार भी बूस्टर ने अपना कार्य पूरा करने के बाद स्पेसएक्स के ड्रोन शिप A Shortfall of Gravitas पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की. यह स्पेसएक्स की रीयूजेबल टेक्नोलॉजी का एक और उदाहरण है, जो अंतरिक्ष मिशनों की लागत को कम करने में मदद कर रही है.
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स्टारलिंक का बढ़ता नेटवर्क
इस नए लॉन्च के साथ, स्पेसएक्स ने अपने स्टारलिंक मेगाकॉन्स्टेलेशन को और मजबूत किया है. यह परियोजना दुनिया भर में, खासकर दूरदराज और कम विकसित इलाकों में, हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने के लिए तैनात की गई है.
स्टारलिंक पहले ही 70 से अधिक देशों में अपनी सेवाएं दे रहा है और आपदा प्रबंधन, ग्रामीण कनेक्टिविटी और सरकारी परियोजनाओं में सहयोग कर रहा है. इन 27 नए सैटेलाइट्स के जुड़ने से नेटवर्क की क्षमता और बढ़ेगी.