ईरान पर हमला करने जा रहा अमेरिका! ट्रंप ने प्‍लान को दी मंजूरी, खामेनेई ने कहा अंजाम भुगतने को रहे तैयार

इजरायल-ईरान के बीच छि़ड़ी तनातनी में अब अमेरिका भी कूद रहा है. यूएस अब ईरान पर हमला करने जा रहा है, इसके प्‍लान को ट्रंप की मंजूरी भी मिल गई है. हालांकि फाइनल ऑर्डर से पहले ट्रंप ने कुछ और निर्देश भी दिए है. अमेरिका के इस तनातनी में शामिल होने से मामला और गरमा गया है.

ट्रंप ने ईरान पर हमले के प्‍लान को दी मंजूरी Image Credit: money9

Middle East Tension: मिडिल ईस्‍ट में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, धीरे-धीरे ये अपने चरम पर पहुंच गया है. अब इसमें अमेरिकी में कूदने वाला है. इसके लिए यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमले की योजना को हरी झंडी भी दे दी है. ऐसे में माना जा रहा है कि अमेरिका किसी भी समय ईरान पर अटैक कर सकता है. हालांकि ट्रंप ने फाइनल ऑर्डर देने से पहले रुकने को कहा है, जिससे यह देखा जा सके कि क्या ईरान अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम छोड़ने को तैयार है या नहीं. वहीं दूसरी ओर, ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने ट्रंप को इसका अंजाम भुगतने की धमकी दी है.

खामेनेई ने ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अमेरिका ने हमला किया, तो उसे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने अपने टॉप सलाहकारों के साथ एक हाई-लेवल मीटिंग की, जिसमें उन्होंने ईरान पर हमले की योजना को मंजूरी दे दी. रिपोर्ट में वॉल स्ट्रीट जर्नल का हवाला देते हुए बताया गया कि ट्रंप को उम्मीद है कि इजरायल के हमलों में शामिल होने की धमकी से ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को तुरंत बंद कर देगा. लेकिन, उन्होंने फाइनल ऑर्डर देने से पहले ईरान का रुख देखने को कहा है.

खामेनेई का करारा जवाब

ट्रंप की इस धमकी का खामेनेई ने भी करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा, “अमेरिका अगर हमले में शामिल हुआ, तो उसे भयानक परिणाम भुगतने पड़ेंगे. ईरान कभी सरेंडर नहीं करेगा.” खामेनेई ने ट्रंप की बिना शर्त सरेंडर की मांग को ठुकराते हुए कहा कि कोई भी समझदार व्यक्ति ईरानी राष्ट्र को धमकी की भाषा में बात नहीं करता, क्योंकि हमारा इतिहास बताता है कि हम कभी नहीं झुकते है.

ट्रंप के समर्थक नाखुश

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप को सत्ता में लाने वाले कुछ बड़े समर्थक, खासकर रिपब्लिकन पार्टी के दिग्गज स्टीव बैनन, नहीं चाहते कि अमेरिका मिडिल ईस्‍ट की एक नई जंग में फंसे. बैनन, जो ट्रंप की MAGA (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) नीतियों के बड़े फैन हैं उनका कहना है कि इजरायल को जो शुरू किया उसे वही पूरा करने दिया जाए. अमेरिका को इसमें हस्‍तक्षेप करने की जरूरत नहीं है. ट्रंप के कुछ और रिपब्लिकन समर्थक भी इजरायल के सैन्य अभियान में अमेरिका को शामिल करने के खिलाफ हैं. उनका मानना है कि ट्रंप की “अमेरिका फर्स्ट” नीति का मतलब युद्धों से दूर रहना है, न कि नए युद्ध शुरू करना.

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कैसे बढ़ा तनाव?

इजरायल के 13 जून को ईरान की परमाणु सुविधाओं और सैन्‍य अधिकारियों पर किए गए हमले से मामला गंभीर हो गया. इसके जवाब में ईरान ने मिसाइल और ड्रोन हमले शुरू किए. अब ट्रंप इस जंग में कूदने की तैयारी में हैं, लेकिन वो चाहते हैं कि ईरान पहले न्यूक्लियर प्रोग्राम छोड़ दे.