ईरान ने कतर और इराक में अमेरिकी ठिकानों पर किया मिसाइल हमला, तेज धमाकों की आवाज से दहला दोहा

ईरान ने फोर्दो सहित तीन न्यूक्लियर साइट्स पर हुए अमेरिकी हमले का बदला लेते हुए, सोमवार देर शाम कतर और इराक में अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल हमला किया है. ये हमले ईरान की तरफ से उस चेतावनी के बाद हुए हैं, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका को इसकी कीमत चुकानी होगी.

अमेरिकी मिसाइल Image Credit: @Tv9

ईरान ने सोमवार देर शाम कतर और इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमला किया है. BBC की रिपोर्ट के मुताबिक कतर की तरफ से अपना एयरस्पेस बंद किए जाने के कुछ ही मिनटों के बाद राजधानी दोहा में धमाकों की आवाज आने लगीं. इसके अलावा Axios की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने पश्चिम एशिया में कई अमेरिकी ठिकानों पर हमला किया है. रॉयटर की एक रिपोर्ट में कतर पर हमले की पुष्टि की गई है.

Axios के रिपोर्टर बराक रैविड के दावे के मुताबिक कतर और इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान ने 10 मिसाइलें दागी हैं. रॉयटर्स ने भी रैविड के दावों के आधार पर हमले की पुष्टि की है. IDF के पूर्व सैनिक रह चुके रैविड ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि इजरायली सेना से मिली जानकारी के मुताबिक ईरान ने कतर के दोहा में अल उदीद यूएस मिलिट्री बेस पर 6 मिसाइलें दागी हैं.

TV 9 की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की तरफ से कतर और इराक पर हमले के बाद बहरीन, कुवैत, जॉर्डन और सीरिया सहित कई देशों में एयर स्ट्राइक की चेतावनी देने वाले अलार्म बजने लगे हैं. वहीं, कतर में इस हमले के बाद भगदड़ मच गई है. इसके अलावा कतर और इराक पर हमले के कुछ देर बार ही सऊदी अरब स्थिति अमेरिकी एयरबेस से फाइटर जेट्स के ईरान की तरफ उड़ने की जानकारी सामने आई है.

कतरी मीडिया हाउस अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की तरफ से अल उदीद एयर बेस पर हमले के दौरान अमेरिकी बेस से पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम से ईरानी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर नष्ट किया गया. हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि कोई मिसाइल अमेरिकी बेस पर गिरी है या नहीं.

ईरान बोला कतर दुश्मन नहीं

कतर स्थिति अमेरिकी बेस पर हमले के बाद ईरानी समाचार एजेंसी तसनीम न्यूज पर IRGC ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा, ईरान की शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बनी न्यूक्लियर फैसिलिटीज पर अमेरिका हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है. इस हमले के जवाब में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने ऑपरेशन अबू अब्दुल्ला अल-हुसैन के तहत कतर में स्थित अल-उदीद बेस को निशाना बनाया है. इसके साथ ही कहा गया कि यह हमला कतर के खिलाफ नहीं है. कतर को ईरान अपने एक पड़ोसी के तौर पर देखता है. यह हमला अमेरिका के खिलाफ है.

17 जून को खाली कर दिया एयरबेस

TV9 की रिपोर्ट में बताया गया है कि कतर और इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमले के बाद व्हाइट हाउस की तरफ से दी गई प्रतिक्रिया में बताया गया है कि कतर स्थिति अल उदीद एयरबेस को 17 जून को ही खाली कर दिया गया था. वहीं, सिर्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम और जरूरी स्टाफ है. वहीं, कतर ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि ईरान ने उसकी संप्रभुता को चुनौती दी है. कतर इस हमले का अपने हिसाब से और समय पर जवाब देगा.