रेयर अर्थ किल्लत के बीच चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मिले NSA डोवाल, जानें किन मसलों पर हुई बात?

भारत के NSA अजीत डोवाल सोमवार को बीजिंग में चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मिले. यह मुलाकात उस दौर मे हो रही है, जब भारत की तमाम ऑटोमोबाइल कंपनियां रेयर अर्थ के निर्यात पर चीनी बैन की वजह से प्रोडक्शन से जुड़ी दिक्कतों का सामना कर रही हैं.

बीजिंग में वांग यी के साथ डोवाल Image Credit: x/China_Amb_India

भारतीय NSA अजीत डोवाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी सोमवार देर शाम बीजिंग में मिले. यह मुलाकात चीन में होने जा रही SCO यानी शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से ठीक पहले हुई है. डोवाल और यी की इस बैठक से भारत और चीन के बीच कई मसलों पर बातचीत के चैनल खुलने की उम्मीद जताई जा रही है. खासतौर पर भारत की ऑटोमोबाइल कंपनियों को चीन के रेयर अर्थ बैन की वजह से प्रोडक्शन से जुड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर के 50 शीर्ष कारोबारी इस संबंध में चीन के नेतृत्व से बात करना चाहते हैं. लेकिन, चीन की तरफ से भारतीय कारोबारियों को बातचीत के लिए समय नहीं दिया जा रहा है. बहरहाल, भारत में चीन के राजदूत शू फियोंग ने डोवाल और यी की मुलाकात की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों नेताओं ने आतंकवाद, सीमा विवाद सहित कई मसलों पर बात की है.

अजीत डोवाल ने यी के साथ बैठक के दौरान समग्र क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सभी प्रकार के आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर बल दिया. डोवाल एससीओ के सदस्य देशों के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा पर हैं. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों में हाल के घटनाक्रम की समीक्षा की और लोगों के बीच अधिक से अधिक संपर्क बढ़ाने सहित द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित किया.

डोवाल ने आतंकवाद का मुकाबला करने पर ऐसे वक्त जोर दिया है जब लगभग डेढ़ महीने पहले भारत ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में कई आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया था. विदेश मंत्रालय ने कहा कि डोभाल और वांग ने आपसी हित के अन्य द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.

वहीं, चीनी राजदूत के मुताबिक वांग यी ने इस दौरान कहा कि चीन-भारत संबंधों में सकारात्मक प्रगति हुई है. यह जरूरी है कि दोनों पक्ष संवाद को और बढ़ाएं, आपसी विश्वास का निर्माण करें और व्यावहारिक मुद्दों को सुलझाने की दिशा में काम करें, जब ड्रैगन और हाथी एक साथ नृत्य करेंगे, तभी दोनों पक्षों के लिए विन-विन नतीजे मिल सकते हैं. चीन और भारत को संवेदनशील मुद्दों को ठीक से संभालना चाहिए और सीमा क्षेत्रों में शांति और सौहार्द बनाए रखना चाहिए.