ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर के परिवार के उड़ गए थे चिथड़े, मलबे में तब्दील हो गया था बहावलपुर आतंकी कैंप
Operation Sindoor: वायरल हुए एक वीडियो में जैश का एक टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी, सुरक्षाकर्मियों के साथ, आतंकी संगठन को हुए नुकसान को स्वीकार करता हुआ दिखाई दे रहा है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले 25 लोगों के मारे जाने के बाद, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था.
Operation Sindoor: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पहली बार स्वीकार किया है कि उसके प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के सदस्य बहावलपुर में भारत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए थे. वायरल हुए एक वीडियो में जैश का एक टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी, सुरक्षाकर्मियों के साथ, आतंकी संगठन को हुए नुकसान को स्वीकार करता हुआ दिखाई दे रहा है. कश्मीरी ने कहा कि 7 मई को बहावलपुर में जैश मुख्यालय – जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह पर हुए हमले में अजहर का परिवार ‘टुकड़ों में बिखर गया’ था.
कश्मीरी ने कहा, ‘सब कुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को मौलाना मसूद अजहर के परिवार को बहावलपुर में भारतीय सेना ने टुकड़े-टुकड़े कर दिया.’
बहावलपुर अटैक
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले 25 लोगों के मारे जाने के बाद, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था और सीमा पार आतंकी ठिकानों को पर हमला कर बर्बाद कर दिया था. बहावलपुर के अलावा, भारत द्वारा पाकिस्तान के भीतर किए गए अपने सबसे साहसिक हवाई हमले में आठ अन्य आतंकवादी कैंप मलबे में तब्दील हो गए थे.
मारे गए थे 10 रिश्तेदार
लाहौर से 400 किलोमीटर दूर स्थित पाकिस्तान के 12वें सबसे बड़े शहर बहावलपुर में हुए हमले में अजहर के 10 रिश्तेदार मारे गए थे. इनमें उसकी बहन, उसका पति, उसका भतीजा, उसकी भतीजी और उसके परिवार के बच्चे शामिल थे. इस हमले में अजहर के चार सहयोगी भी मारे गए थे.
हालांकि पाकिस्तान ने इस तथ्य को कभी स्वीकार नहीं किया, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों और विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मई में अजहर के परिवार के सदस्यों का राजकीय अंतिम संस्कार किया गया था. अजहर, जो शायद ही कभी सार्वजनिक रूप से देखा गया हो, भी कुछ देर के लिए दिखाई दिया था और कुछ ही मिनटों में कार्यक्रम स्थल से चला गया था.
मसूद अजहर कहां है?
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी, अजहर भारत में हुए कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है, जिसमें 2016 का पठानकोट हमला और 2019 का पुलवामा हमला शामिल है.