अमेरिका में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को बड़ी राहत, ट्रम्प ने लिया यू-टर्न; विदेशी छात्रों का वीजा फिर से बहाल
ट्रम्प प्रशासन ने हजारों विदेशी छात्रों के लिए स्टूडेंट वीजा रजिस्ट्रेशन को फिर से बहाल करने की घोषणा की है. यह फैसला तब आया जब कई छात्रों के वीजा अचानक और बिना कारण बताए रद्द कर दिए गए थे. यह जानकारी बोस्टन की एक अदालत में सुनवाई के दौरान सामने आई.
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर अपने फैसले से यू-टर्न ले लिया है. दरअसल, ट्रम्प प्रशासन ने हजारों विदेशी छात्रों के लिए स्टूडेंट वीजा रजिस्ट्रेशन को फिर से बहाल करने की घोषणा की है. यह फैसला तब आया जब कई छात्रों के वीजा अचानक और बिना कारण बताए रद्द कर दिए गए थे.
यह जानकारी बोस्टन की एक अदालत में सुनवाई के दौरान सामने आई. जस्टिस डिपार्टमेंट ने अदालत को बताया कि यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) प्रभावित छात्रों की कानूनी स्थिति को बहाल करेगा और भविष्य में वीजा रिकॉर्ड रद्द करने के लिए नई नीति बनाएगा.
4,700 से अधिक छात्रों के रिकॉर्ड हुए अचानक रद्द
यह विवाद तब शुरू हुआ जब ICE ने जनवरी 2025 से 4,700 से अधिक छात्रों के रिकॉर्ड अचानक रद्द कर दिए. ICE 11 लाख विदेशी छात्रों के डेटाबेस (SEVIS) को संभालता है. छात्रों को इस बात का पता तब चला जब वे कक्षाओं, रिसर्च या स्नातक समारोह में शामिल नहीं हो सके. कई मामलों में, मामूली या खारिज किए गए अपराधों के आधार पर रिकॉर्ड रद्द किए गए. पिछले कुछ महीनों में कई F-1 स्टूडेंट वीजा रद्द किए गए. इनमें मामूली कानूनी उल्लंघन, राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताएं या प्रशासनिक कारण शामिल थे.
100 से अधिक मुकदमे हुए दायर
वीजा रद्द होने से छात्रों का अमेरिका में एंट्री रुक जाता है. इससे घबराहट फैल गई और 23 राज्यों में 100 से अधिक मुकदमे दायर हुए. कई मामलों में जजों ने छात्रों की कानूनी स्थिति को अस्थायी रूप से बहाल करने के आदेश दिए. अदालतों ने सरकार के अस्पष्ट रवैये और मनमाने फैसलों पर नाराजगी जताई.
विदेशी छात्रों को मिलेगी राहत
कानूनी दबाव के बाद ICE ने कहा कि जब तक नई नीति नहीं बनती तब तक SEVIS रिकॉर्ड सक्रिय रहेंगे या फिर से सक्रिय किए जाएंगे. अब केवल आपराधिक इतिहास के आधार पर रिकॉर्ड रद्द नहीं होंगे. यह फैसला न केवल मुकदमा दायर करने वाले छात्रों बल्कि हजारों अन्य विदेशी छात्रों के लिए राहत लाएगा.