Gold Price Today: महंगा हुआ सोना, फिर पहुंचा 98 हजार पार; जान लीजिए 24 कैरेट का भाव
Gold Price Today: टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता के बारे में व्यापारियों की चिंता के कारण सुरक्षित निवेश की मांग के कारण सोने में तेजी आई. जियो-पॉलिटिकल तनाव और मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष के कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ रही है.
Gold Price Today: सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. बुधवार 11 जून को सोने की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, मजबूत वैश्विक रुझानों के अनुरूप खुदरा विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की ताजा खरीदारी के कारण बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत 820 रुपये बढ़कर 98,490 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई.
चांदी की कीमतें
99.5 फीसदी प्योरिटी वाली कीमती धातु 750 रुपये बढ़कर 98,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स समेत) हो गई. हालांकि, बुधवार को चांदी की कीमतें 1,07,100 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स समित) पर स्थिर रहीं. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्पॉट गोल्ड 12.09 डॉलर प्रति औंस या 0.36 फीसदी बढ़कर 3,334.69 डॉलर प्रति औंस हो गया.
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें?
टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता के बारे में व्यापारियों की चिंता के कारण सुरक्षित निवेश की मांग के कारण सोने में तेजी आई. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि यह अनिश्चितता संघीय अपील अदालत के उस फैसले के बाद आई है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को वैश्विक टैरिफ लगाने की अनुमति दी गई है.
गांधी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि इन चिंताओं ने अमेरिका और चीन के बीच पॉजिटिव ट्रेड टॉक से उपजे कुछ आशावाद को फीका कर दिया है. लंदन में अपनी दो दिवसीय चर्चा के दौरान, दोनों पक्ष व्यापार तनाव को कम करने की योजना पर सहमत हुए.
सोने की बढ़ रही है मांग
कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध से उपजे जियो-पॉलिटिकल तनाव और मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष के कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ रही है. हालांकि, वैश्विक बाजारों में स्पॉट चांदी 0.5 फीसदी गिरकर 36.34 डॉलर प्रति औंस पर आ गई.
कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी-कमोडिटी रिसर्च कायनात चैनवाला ने कहा कि बाजार सहभागियों का ध्यान आगामी अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक डेटा पर जाएगा, जो बाद में यह रिपोर्ट जारी की जाएगी, जिससे मौद्रिक नीति के आउटलुक के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी.