रिलायंस ने बेची एशियन पेंट्स में अपनी हिस्सेदारी, 2008 में किया था 500 करोड़ का निवेश

Reliance Industries-Asian Paints: पिछले तीन साल में एशियन पेंट्स के शेयरों में 17 फीसदी की गिरावट आई है, जिससे यह निफ्टी ब्लू चिप्स में सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में से एक बन गई है. प्री-ओपन ब्लॉक विंडो में एशियन पेंट्स की 7,703 करोड़ रुपये की 3.5 फीसदी इक्विटी का ट्रांसफर हुआ.

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कम की हिस्सेदारी. Image Credit: Money9live

Reliance Industries-Asian Paints: अरबपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने 12 जून को एशियन पेंट्स में अपनी 3.64 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी है. जबकि एसबीआई म्यूचुअल फंड ने ओपन मार्केट ट्रांजेक्शन के जरिये 7,703 करोड़ रुपये में ये शेयर खरीदे हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई फाइलिंग में कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा सिद्धांत कमर्शियल्स लिमिटेड के जरिए रखे गए एशियन पेंट्स के 3.5 करोड़ इक्विटी शेयर आज 2,201 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेचे गए हैं.

कितनी बची हिस्सेदारी?

हिस्सेदारी की बिक्री के बाद एशियन पेंट्स में RIL की यूनिट सिद्धांत कमर्शियल्स की हिस्सेदारी 4.90 फीसदी से घटकर 1.26 फीसदी रह गई है. ध्यान देने वाली बात यह है कि 12 जून को प्री-ओपन ब्लॉक विंडो में एशियन पेंट्स की 7,703 करोड़ रुपये की 3.5 फीसदी इक्विटी का ट्रांसफर हुआ.

2008 में किया था निवेश

रिलायंस ने वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान जनवरी 2008 में 500 करोड़ रुपये का निवेश करके एशियन पेंट्स में अपनी हिस्सेदारी खरीदी थी. उस रणनीतिक दांव ने शानदार प्रदर्शन किया है, क्योंकि शेयरों की कीमतें काफी तेजी से बढ़ीं. हालांकि, हाल के दिनों में एशियन पेंट्स के शेयर का प्रदर्शन खराब रहा है.

एशियन पेंट्स के शेयरों में गिरावट

पिछले तीन साल में एशियन पेंट्स के शेयरों में 17 फीसदी की गिरावट आई है, जिससे यह निफ्टी ब्लू चिप्स में सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में से एक बन गई है. कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन भी प्रभावित हुआ है और इसके पीछे प्रतिस्पर्धा है. खास तौर पर आदित्य बिड़ला समूह की नई कंपनी बिड़ला ओपस पेंट्स ने एशियन पेंट्स को मार्केट में बड़ा झटका दिया है. एलारा सिक्योरिटीज के अनुसार, एशियन पेंट्स की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2025 में 59 फीसदी से गिरकर 52 फीसदी हो गई है.

शेयरहोल्डिंग पैटर्न में बदलाव

ब्लॉक ट्रेड ने एशियन पेंट्स की शेयरहोल्डिंग पैटर्न में फेरबदल किया है. मार्च 2025 तक, सिद्धांत कमर्शियल्स के पास 4.9 फीसदी हिस्सेदारी थी, जिसमें से अधिकांश अब समाप्त हो चुकी है. घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने महत्वपूर्ण उपस्थिति बनाए रखी है, जो सामूहिक रूप से 5.67 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल और एसबीआई म्यूचुअल फंड के पास क्रमशः 1.24 फीसदी और 1.51 फीसदी हिस्सेदारी है.

LIC सबसे बड़ी शेयरहोल्डर

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) 8.29 फीसदी हिस्सेदारी के साथ एशियन पेंट्स में सबसे बड़ा पब्लिक शेयरहोल्डर बना हुआ है. रिटेल निवेशकों के पास भी 11.84 फीसदी की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है, जो 2 लाख रुपये से कम की हिस्सेदारी वाले 11.73 करोड़ छोटे शेयरधारकों में फैली हुई है.

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