प्लेन क्रैश होने के बाद सिविल हॉस्पिटल लाए गए 265 शव, DNA टेस्ट के बाद पता चल पाएगी मृतकों की संख्या

Air India Ahmedabad Plane Crash: DGCA ने एक बयान में कहा कि रनवे 23 से उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि के बाहर नीचे गिर गया. विमान के अंदर 1.25 लाख लीटर ईंधन था. विमान गर्म हो गया था, इसलिए किसी को भी बचाने की गुंजाइश नहीं थी.

विमान में चालक दल सहित 242 लोग सवार थे. Image Credit: PTI

Air India Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान एक मेडिकल कॉलेज परिसर में क्रैश हो गया. विमान में चालक दल सहित 242 लोग सवार थे. विमान नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कहा कि उड़ान भरने के तुरंत बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को एक ‘मेडे कॉल’ दिया गया था, लेकिन उसके बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल की ओर से की गई कॉल का विमान से कोई जवाब नहीं मिला. DGCA ने एक बयान में कहा कि रनवे 23 से उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि के बाहर नीचे गिर गया. इस हादसे में अभी तक कितने लोगों की मृत्यु हुई, इस संबंध में अभी तक आधारिक रूप से जानकारी नहीं दी गई है.

265 शव लाए गए अस्पताल

हालांकि, पीटीआई ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया है कि गुरुवार दोपहर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद शहर के सिविल अस्पताल में 265 शव लाए गए हैं. पुलिस उपायुक्त कानन देसाई ने संवाददाताओं से कहा कि हमें प्राप्त संदेश के अनुसार 265 शव अस्पताल पहुंचाए जा चुके हैं.

सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास शहर के सिविल अस्पताल और बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कई घंटों बाद भी मृतकों की संख्या के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिल सकी है.

अधिक टेंपरेचर की वजह से बचाना था मुश्किल

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान का तापमान ईंधन जलने के कारण इतना अधिक था कि किसी को बचा पाने की कोई गुंजाइश ही नहीं थी. उन्होंने बताया कि विमान के अंदर 1.25 लाख लीटर ईंधन था. विमान गर्म हो गया था, इसलिए किसी को भी बचाने की गुंजाइश नहीं थी. हालांकि, उन्होंने बताया कि एक यात्री जीवित बच गया है.

डीएनए टेस्ट के बाद जारी होगी मृतकों की संख्या

अधिकारी मृतकों की संख्या डीएनए की जांच और पीड़ितों की पहचान के बाद आधिकारिक तौर पर जारी करेंगे. अमित शाह ने कहा कि विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों से डीएनए सैंपल एकत्र करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला और गुजरात में राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय पीड़ितों के डीएनए की जांच करेंगे.

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