फ्लाइट के उड़ान भरने से पहले क्या-क्या किया जाता है चेक, जानें- फाइनल तैयारी से पहले की हर एक चीज

Air India Ahmedabad Plane Crash: अगर कुछ भी गड़बड़ी पाई जाती है, तो फिर फ्लाइट का डिपार्चर डिले कर दिया जाता है या फिर कैंसिल कर दिया जाता है. फ्लाइट के उड़ान भरने से पहले किस-किस चीज की जांच की जाती है, आइए जान लेते हैं.

फ्लाइट के टेकऑफ से पहले की जांच. Image Credit: Getty image

Air India Ahmedabad Plane Crash: भारत में फ्लाइट मेंटेनेंस और इन्सपेक्शन को लेकर कड़े नियम हैं, जो नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा बनाए गए हैं. ये रेगुलेटरी नियम इंटरनेशनल सिक्योरिटी स्टैंडर्ड का पालन सुनिश्चित करते हैं. किसी भी प्लाइट के टेकऑफ से पहले उसकी कई लेवल पर जांच की जाती है. सबकुछ सही पाए जाने के बाद ही फ्लाइट को उड़ान भरने के लिए हरी झंडी मिलती है. अगर कुछ भी गड़बड़ी पाई जाती है, तो फिर फ्लाइट का डिपार्चर डिले कर दिया जाता है या फिर कैंसिल कर दिया जाता है. फ्लाइट के उड़ान भरने से पहले किस-किस चीज की जांच की जाती है, आइए जान लेते हैं.

इंजीनियरों के लिए प्री फ्लाइट इन्सपेक्शन चेक लिस्ट

एक्सटीरियर इन्सपेक्शन

  • सामने दिखाई देने वाले डैमेज, मिसिंग पार्ट्स और सभी एक्सेस पैनल की सेफ्टी की जांच की जाती है.
  • इंटीरियर इन्सपेक्शन: सभी सीटों की जांच की जाती है. सीट बेल्ट और इमरजेंसी उपकरण को भी चेक किया जाता है कि ये काम कर रहे हैं या नहीं.
  • कंट्रोल सरफेस: डैमेज या अत्यधिक घिसाव के लिए एलेरॉन, लिफ्ट और रडर की जांच की जाती है.
  • फ्यूल सिस्टम: प्यूल की मात्रा की पुष्टि की जाती है. रिसाव की चेंकिंग के लि फ्यूल लाइनों का इन्सपेक्शन किया जाता है. सुनिश्चित किया जाता है कि फ्यूल कैप अच्छी तरह से सील किए गए हों.
  • इलेक्ट्रिकल सिस्टम: सही ऑपरेशन के लिए लाइट, उपकरणों और कॉम्युनिकेशन सिस्टम की जांच की जाती है.

इंजन की जांच

इंजन इन्सपेक्शन: ऑयल लेवल, फिल्टर, बेल्ट और ओवरऑल इंजन की जांच की जाती है.

लैंडिंग गियर: घिसाव या क्षति दूर करने के लिए टायर, ब्रेक और स्ट्रट्स का इन्सपेक्शन किया जाता है.

डॉक्यूमेंटेशन: सुनिश्चित करें कि मेंटेनेंस रिकॉर्ड और लॉगबुक कंरट और एक्सेसबल हों.

फाइनल वॉकअराउंड: उड़ान की अनुमति से पहले आखिरी बार विमान का विजुअल चेक किया जाता है.

प्री-फ्लाइट पायलट इन्सपेक्शन

हालांकि, यह प्रोसेस विमान के प्रकार के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं.

  • डॉक्यूमेंस और रिकॉर्ड (Arrow)
  • एयर वर्थनेस सर्टिफिकेट
  • रजिस्ट्रेशन
  • रेडियो स्टेशन लाइसेंस
  • ऑपरेटिंग लिमिटेशन डॉक्यूमेंट
  • वेट और बैलेंस की जानकारी

वॉक-अराउंड इन्सपेक्शन

  • एक्सटीरियर: डेंट, दरारें, जंग या डैमेज की जांच की जाती है.
  • फ्लूड: तेल, हाइड्रोलिक फ्लूड और ईंधन के स्तर की जांच की जाती है.
  • टायर: प्रेशनर, चलने और क्षति के संकेतों का निरीक्षण की जाती है.

कॉकपिट चेक

  • फ्लाइट इंस्ट्रूमेंट: ऑपरेशनल एक्यूरेसी की जांच
  • स्विच और लीवर: उचित प्री-फ्लाइट सेटिंग्स की पुष्टि.
  • इमरजेंसी इंस्ट्रूमेंट: अग्निशामक यंत्र, ईएलटी और फर्स्ट एड किट
  • सीटबेल्ट और हार्नेस: पहनने और वर्किंग क्षमता की जांच करें.

इंजन स्टार्ट और टैक्सी चेक

  • POH दिशानिर्देशों के अनुसार इंजन शुरू करें
  • इंजन के प्रदर्शन की निगरानी करें और अनियमितताओं के लिए सुनें.
  • टैक्सी के दौरान, ब्रेक, स्टीयरिंग और संचार उपकरण की टेस्टिंग.

फाइनल तैयारी

  • मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त करें.
  • एटीसी के पास फ्लाइट प्लान फाइल करें
  • यात्रियों के लिए सुरक्षा संबंधी जानकारी दें.

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